
डेस्क खबर बिलासपुर…/ प्रदेश की न्यायधानी की धार्मिक नगरी रतनपुर माँ महामाया देवी मे इन दिनों चैत्र नवरात्री की तैयारी के मध्ये नज़र कुंड मे साफ सफाई कराया गया था, जिसके कुछ दिनों उपरांत कुंड से 23 मृत कछुए बरामत हुये है। सम्पूर्ण प्रकरण के सम्बन्ध मे वन विभाग द्वारा 5 संबधित व्यक्तियों पर आशंका जताते हुये बयान हेतु आवाहन पत्र जारी किया गया था, जिसमे ट्रस्ट द्वारा स्पष्ट बताया गया है कि नवरात्री के पूर्व सफाई के लिए कुंड मे जाली के माध्यम से सफाई कराई गयी थी । एवं मछवारों द्वारा बयान दिया गया कि सफाई के लिए उनके द्वारा 3 बोट वाले जाल का उपयोग किया गया था जो कि सी सी टीवी फुटेज मे भी कैद है और जिसमे कछुए फसे है वे 6 इंच बोट की जाली है। 6 इंच बोट की जाली से सफाई का कार्य किया ही नहीं जा सकता क्योंकि 6 इंच वाले बोट के जाल में छोटी माछलिया नहीं फसेगी और मछुआरों का उद्देश्य छोटी मछली निकाल कर सफाई करना था।

चर्चा अनुसार उक्त प्रकरण की सज्ञानता हाई कोर्ट न्यायाधीश के लेने के उपरांत वन विभाग सम्पूर्ण प्रकरण को आनन फानन मे निपटाने मे लगी है। जबकि ये स्पष्ट है कि ट्रस्ट कि आदेशानुसार मछुवारों के द्वारा साफ सफाई के दृश्टिकोण से कुंड मे जाल खेला था एवं ना ही वन विभाग के तहकीकात मे मछवारो के पास ऐसी जाली बरामत हुई है जिसमे कछुआ फसा था।

एक फेसबुक यूजर के द्वारा फेस बुक में लाइव आकर कछुआ निकालते लड़के की वीडियो वायरल किया गया है, क्या ट्रस्ट के कहने में उस लड़के ने रस्सी में पत्थर बांध कर मृत कछुओं को बाहर निकाला…? अगर ट्रस्ट द्वारा उसे नहीं कहा गया तो किसके कहने पर उसने कछुओं को बाहर निकाला…? क्या वन विभाग की टीम ने इसकी जांच की…?

अब देखना ये है कि विभाग द्वारा हड़बड़ी मे निर्दोषों पर कार्यवाही कर अपना पल्ला झड़ती है या प्रकरण की गंभीरता पूर्वक जांच कर मुख्य आरोपी की तलाश करती है?

इस संबंध में कुछ लोग ट्रस्ट को बदनाम करने तो कुछ लोग इसे आस्था तो कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए तुल देने में लगे हुए है, ।
एक सवाल यह भी उठता है के जब मंदिर आने के लिए दूसरे तालाब से पीछे का एक दरवाजा टूटा हुआ जर्जर हालत में है, क्या वहां से किसी के द्वारा जाल खेला गया…?
आरोपियों द्वारा दिए बयान और बेचे गए बिल की कॉपी से ये तो स्पष्ट होता नजर आ रहा है कि उस रात केवल मछली निकाला गया है, बोरे में कछुआ होने की सिर्फ और सिर्फ आशंका जताई जा सकती है।
वही इस मामले मे आज ट्रस्ट के पधाधिकारियो ने बिलासपुर प्रेस क्लब मे पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा की किसी साजिश के तहत माँ की नगरी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। ट्रस्ट के लोगो का कहना है की वे इस पूरे मामले मे निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्यवाही चाहते है और इसके लिए वे हर प्रकार के सहयोग करने को तैयार है।
