डेस्क खबरबिलासपुर

जहरीली शराब पीने से मौत के आँकड़ो पर बना हुआ रहस्य.. ?
कोनी थाना पुलिस पर पैसे लेकर गाँव मे शराब बिकवाने के लगे गंभीर आरोप..!
चीख चीख कर ग्रामीणों ने बताया पुरा सच..!
कांग्रेस ने बनाई समिति, लगाया गंभीर आरोप.!



डेस्क खबर ../ बिलासपुर के लोफंदी गांव में महुआ शराब पीने से अब तक 8 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 2 लोगों की हालत गंभीर है और सिम्स अस्पताल में भर्ती हैं। मृतकों के नाम बबुआ देवांगन, दल्लू पटेल, रामू राम सुनहले, कोमल लहरे, कन्हैया पटेल, बलदेव पटेल, और कुल्लू देवांगन हैं। इस मौत के बाद जहाँ हड़कंप मचा हुआ है वही जिला प्रशासन और पुलिस विभाग पर मामले को दबाने के गंभीर आरोप लग रहे है.. ग्राऊंड जीरो की रिपोर्ट मे ग्रामीण चीख चीख कर इन मौतों के लिए महुआ शराब् को वजह बता रहा है। तो दूसरी तरफ पुलिस ने इस थियोरि से साफ इंकार करते हुए  पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट होने की बात कही है जबकि गांव के अधिकांश लोग इन मौतों  के लिए अवैध शराब् को आपको जिम्मेदार बता रहे हैं।

वही कोनी पुलिस के सूचना तंत्र पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे है। ग्रामीणों का आरोप है की कोनी पुलिस ही पैसे लेकर इलाके मे अवैध और जहरीली शराब् बिकावती है। कई बार शिकायत के बाद  पुलिस शराब बेचने वालों को पकड़ कर कुछ पैसा लेकर छोड़ देती है ऐसा पहला मामला नहीं है पहले भी सामने वीडियो में स्पष्ट हो चुका है की कोनी थाने के आसपास लगभग सभी ढाबों में खुलेआम शराब थाने के संरक्षण में पिलवाई जाती है और खुलासे के बाद खानापूर्ति की कार्रवाई कर ली जाती है। मीडिया द्वारा मौके पर मौजूद थाना प्रभारी नवीन देवांगन से कोनी पुलिस पर लगे गभीर आरोपो के बारे मे जानने की कोशिस की गई तो कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया जबकि ग्रामीण का आरोप है की गाँव मे शराब् पुलिस के संरक्षण मे बिकती है। सवाल उठना लाजमी है की पुलिस को इस मामले की जानकारी लगने मे तीन दिन लग गए..? कोनी थाना क्षेत्र मे लगभग हर ढाबा होटलो मे खुलेआम देर रात तक शराब पिलाई जा रही है जिसके कई वीडियो मीडिया मे सामने आ चुके है।


वही इस मामले मे कांग्रेसी नेता विजय केसरवानी तुरंत गांव पहुंचे और मृतकों के परिजनों के साथ मुलाकात की इस मौके पर विजय केसरवानी ने प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और इस मामले को दबाने के आप भी लगाए हैं विजय केसरवानी ने मृतक की बेटी को जीवन भर पढ़ाई करवाने का संकल्प लिया है और अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक रूप से भी पीड़ित परिवार का सहयोग किया।

यह घटना कोनी थाना क्षेत्र की है, जहां पहले दो लोगों की तबियत बिगड़ी थी और बीमारी समझकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। लेकिन शुक्रवार देर रात पांच लोगों की मौत हुई, जिसके बाद यह पता चला कि कई दिनों से महुआ शराब पीने की सूचना मिली थी।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने शादी में खाना खाने से तबियत खराब होने की जानकारी गलत दी थी। इसके अलावा, ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि गांव में महुआ शराब बिकता है, लेकिन शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।
कोनी पुलिस और आबकारी विभाग पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं कि वे शिकायत के बाद पैसे लेकर मामला रफा-दफा कर देते हैं। प्रशासन पर मौत के आंकड़े झुपने का आरोप भी लगाया गया है।
इस घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है, और ग्रामीणों ने प्रशासन से जवाबदेही मांगी है। प्रशासन को इस घटना की जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

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