जांजगीर-चांपाडेस्क खबर

देवरी चिचोली पिकनिक स्पॉट: कलेक्टर के नाम पर अवैध वसूली का चल रहा खेल .!
मीडिया से उलझे अवैध वसूलीकर्मी, कैमरे मे कैद हुआ नजारा

जांजगीर-चांपा। जिले से करीब 12 किलोमीटर दूर हसदेव नदी के किनारे स्थित देवरी चिचोली पिकनिक स्पॉट मे जांजगीर कलेक्टर के नाम पर महीने मे लाखों रु की अवैध वसूली का काम खुलेआम चल रहा है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर इस पर्यटक स्थल पर बड़ी संख्या में लोग यहां पिकनिक मनाने आते हैं। हालांकि, यह खूबसूरत स्थल अब अवैध गतिविधियों और अशांति के कारण चर्चा में है।



पिकनिक स्पॉट पर अशांति और अवैध गतिविधियां

देवरी चिचोली की खूबसूरत जगह जहां एक ओर पर्यटकों को आकर्षित करती है, वहीं कुछ लोग शराब पीकर अशांति फैलाते हैं। इन असामाजिक तत्वों द्वारा शराब की बोतलें तोड़कर छोड़ी जाती हैं, जिससे कई बार लोग चोटिल हो जाते हैं। यहां नहाने के दौरान दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान भी जा चुकी है।


कलेक्टर के नाम पर अवैध वसूली

स्थानीय लोगों की शिकायत पर मीडिया कर्मियों ने  मौके का जायजा लिया। उन्होंने पाया कि कुछ युवक गाड़ी पार्किंग के नाम पर कलेक्टर के नाम से लोगों से अवैध वसूली कर रहे हैं। यह सब गांव के सरपंच, कोटवार और उनके सहयोगी कर रहे हैं।जब संवाददाता ने अवैध वसूली करने वालों से पहचान पत्र दिखाने की मांग की, तो उनमें से एक युवक ने खुद को कलेक्टर का कर्मचारी बताते हुए बदतमीजी की। जांच में वह नशे में पाया गया। इस पूरे खेल में उसकी मां भी शामिल थी, जो पर्यटकों को धोखा देने का काम कर रही थी।

अवैध वसूली का आंकड़ा

देवरी चिचोली पिकनिक स्पॉट पर प्रतिदिन करीब 200-300 लोग आते हैं। अवैध वसूली से हर दिन लगभग 5,000 रुपये इकट्ठा होते हैं, जो महीने में करीब 1.5 लाख रुपये हो जाते हैं। यह राशि ए-ग्रेड अधिकारियों के मासिक वेतन के बराबर है, जिससे साफ है कि इस अवैध वसूली में बड़े लोगों की मिलीभगत हो सकती है।

प्रशासनिक कार्रवाई की मांग

स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने मांग की है कि प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई करे। कलेक्टर के नाम पर हो रही अवैध वसूली, अशांति और असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। यह देखना होगा कि शासन-प्रशासन इस मामले में किस तरह कार्रवाई करता है। और जांजगीर कलेक्टर के नाम पर हो रही अवैध वसूली कब तक रोक पाता है।

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