बिलासपुर

संवेदनशील क्षेत्र मे शराबखोरी करने वालों के खिलाफ पुलिस ने दिखाई दरियादिली..!
जो वीडियो ,तस्वीर दबाना चाहता था विभाग वो लगा मीडिया के हाथ..! 
प्रतिबंधित क्षेत्र मे शराब पीते पकड़ाये थे कांग्रेसी नेता, होटल व्यवसायी समेत 4 लोग …

डेस्क खबर बिलासपुर../ प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर के सवेदनशील क्षेत्र छत्तीसगढ़ भवन के गार्डन में खुलेआम शराब पीते हुए कांग्रेस नेता, होटल व्यवसायी सहित चार लोगो के खिलाफ की गई पुलिस कार्यवाही सवालों के घेरे मे है।  मीडिया मे प्रसारित खबरों की माने तो बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह को मिली सूचना के बाद सिविल लाइन पुलिस ने छापा मारकर शराबियों को गिरफ्तार करने के बाद सवेदनशील क्षेत्र मे की गई शराबखोरी की घटना के बाद भी रसुखदारो खिलाफ सिर्फ प्रतिबंधित धाराओ के तहत कार्यवाही न कर सिर्फ आबकारी एक्ट के तहत अपराध दर्ज करने के  बाद में मुचलके पर ही राजनैतिक दबाब के चलते थाने से ही चन्द घंटो मे ही छोड़ दिया।



पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुखबिर से सूचना मिलने पर टीम ने फौरन मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। पकड़े गए 6 लोगों में से चार ने शराब का सेवन किया था, जिनमें कांग्रेस नेता धर्मेश शर्मा, होटल व्यवसायी शरद शर्मा, एसके तिवारी और संजय माहेश्वरी शामिल थे। इन रसुखदारो के खिलाफ कार्यवाही नही करने के लिए विभाग पर आये राजनैतिक दबाब को नजरंदाज करते हुए पुलिस ने अपनी इनके खिलाफ कार्यवाही की जो की अब सवालों के घेरे मे है..?

सवेदनशील क्षेत्र माने जाने वाले सरकारी छत्तीसगढ़ भवन मे शराबखोरी का वीडियो और तस्वीर सामने आने के बाद चर्चा का विषय बना हुआ है की इस मामले मे पुलिस ने इन रसुखदारो के खिलाफ प्रतिबंधित धाराओ के खिलाफ मामला दर्ज क्यो नही किया..? और सबसे बड़ा सवाल की सवेदनशील क्षेत्र मे कार्यवाही की जानकारी SDM को क्यो नही दी..?
और सबसे बड़ा सवाल है क्या आखिर पुलिस की पूरी कार्यवाही की प्रेस विज्ञप्ति और फोटो जारी नहीं करने की वजह क्या थी..? अपनी मजबूरी या राजनैतिक दबाब..?
अब देखना होगा की इन रसूखदारों द्वारा अपने पद का फायदा उठाकर छत्तीसगढ़ भवन में शराब का सेवन करने के मामले मे भवन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार SDM कब तक तैनातकर्मियों से कब जबाब तलब करते है.?

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