गनियारी नायाब तहसीलदार के खिलाफ किसानों की कलेक्टर से शिकायत,. कार्रवाई की मांग….!
नामांतरण के नाम पर परेशान करने का लगाया आरोप..!
गनियारी पटवारी ने हवा मे धान उगा कर सरकार को दिया बेच..!
जिम्मेदार अधिकारी क्या लेंगे संज्ञान..?
डेस्क खबर बिलासपुर: . अपने नये कारनामो से जिले की गनियारी तहसील इन दिनों विभाग मे चर्चा का विषय बना हुआ है। अभी कुछ दिनों पहले ही गनियारी पटवारी राजकुमार ने अपनी आईडी के दम पर हवा मे 80 एकड़ जमीन ना सिर्फ तैयार कर दी बल्कि एक किसान के नाम पर 17 एकड़ जमीन की गिदवारी बना कर हवा मे बनाई गई जमीन पर धान उगा कर उसे समर्थन मूल्य पर बेच भी डाला..मामला जानकरी मे होने के बाद भी अभी तक पटवारी के खिलाफ किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो पाई है।
अब गनियारी तहसील के तीन किसानों ने रिकार्ड दुरुस्तीकरण न होने और नामांतरण निरस्त किए जाने के विरोध में नायब तहसीलदार श्रीमती श्रद्धा सिंह के खिलाफ बिलासपुर कलेक्टर को लिखित शिकायत दी है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। किसानों का आरोप है कि तहसील कार्यालय का चक्कर काटने के बावजूद उनके कामों में कोई प्रगति नहीं हो रही है, और अधिकारियों द्वारा पैसे की मांग की जा रही है, जिससे उनके कार्य लम्बे समय से लटके हुए हैं
गनियारी तहसील क्षेत्र के ग्राम घोंघाडीह निवासी पंचराम खाण्डे (75 वर्ष) ने ग्राम नेवरा निवासी सौखीलाल से भूमि खरीदी थी, जिसका खसरा नंबर 332/4 और 668 था। दो साल से रिकॉर्ड में दुरुस्तीकरण नहीं किया जा रहा है। नायब तहसीलदार से बार-बार पूछने पर कोई जानकारी नहीं दी जाती और पैसे की मांग भी की जा रही है, जिससे उनका काम आज तक नहीं हुआ।
इसी तरह, क्षेत्र के दो अन्य किसानों, हिना सिंह ठाकुर और सतीश कुमार अग्रवाल ने भी नामांतरण के बार-बार निरस्त होने को लेकर शिकायत की है। हिना सिंह ठाकुर ने टाड़ा के घासी राम से खरीदी गई भूमि का नामांतरण कराने के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे निरस्त कर दिया गया। वहीं, सतीश कुमार अग्रवाल ने ग्राम लमेर के घुनीराम से खरीदी गई भूमि का नामांतरण कराने का प्रयास किया, जो हर बार अपूर्ण स्थिति में खारिज कर दिया गया।
तीनों किसानों ने कलेक्टर से मांग की है कि नायब तहसीलदार के खिलाफ जांच की जाए और उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए।
अब देखना होगा की इन मामलो को जिले मे बैठे जिम्मेदार अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते है और ऐसे लापरवाह और जालसाज सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ क्या एक्शन लेंगे.?