कबाड़ीयो के गढ़ सिरगिट्टी थाने से लाखों रु के कबाड़ की चोरी.?
थाना प्रभारी मामले से अंजान ! उठ रहे गंभीर सवाल.?
डेस्क खबर बिलासपुर/ बिलासपुर जिले मे कबाडियो का गढ़ बने क्षेत्र मे स्थित सिरगिट्टी थाना से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहाँ थाने परिसर से जली हुई हजारो गाड़ियों जो की कबाड़ मे तब्दील हो गई थी वे अचानक धीरे धीरे गायब हो गई। कुछ मीडिया के हवाले से यह खुलासा हुआ है की थाने की सेटिंग से लाखों करोडो रु के जप्त कबाड़ को एक चर्चित कबाड़ी के यहाँ बेच दिया गया हैं। हैरानी की बात है की थाने परिसर से चोरी हुई जैसी गंभीर घटना से वर्तमान थाना प्रभारी पूरी तरह अंजान हैं थाने के स्टाफ से लेकर थाना प्रभारी तक को यह जानकारी नही है की थाने कैम्पस के किस स्थान मे करीब 1000 जली हुई बाइक के अवशेष कहा रखे हुए थे और कहा गायब हो गए..?
दरसल कुछ सालों से बिलासपुर का सिरगिट्टी क्षेत्र नामचीन कबड़ियों के चलते जिले साहित आसपास के छोटे मोटे कबाड़ीयो के सहारे सरकारी, रेलवे सहित क्षेत्रों मे हो रही चोरियों के माल को खपाने का हब बनता जा रहा है, जिले के नामचीन कबाड़ी इमरान, फिरोज, जावेद, फारुख सहित कई कबड़ियों ने इस इलाके को अपना सुरक्षित जोन बना के रखा हुआ है जहाँ से वे बेखौप हो कर अवैध कबाड़ का काम संचालित कर रहे है। इन कबाड़ीयो के खिलाफ समय समय पर कार्यवाही मे रेलवे सहित सरकारी समान जिसमे लोहा कापर वायर तार आदि चोरी का माल भी बरामद हो चुका है।
सूत्र तो यहाँ तक दावा करते है की दो से तीन साल मे ही इस क्षेत्र मे ठेले से कबाड़ का काम शुरू करने वाले एक कबाड़ी ने इस इलाके मे हालही मे 3 करोड़ की जमीन का सौदा किया है।
बताया जा रहा है सिरगिट्टी मे एक नेता के तार इस कबाड़ व्यवसाय से जुड़े हुए हैं ,इलाके मे लगातार बढ़ रही चोरी की घटना और चाकूबाजी और नशा खोरी की बड़ी वजह कबाड़ व्यवसाय भी माना जा रहा है ।
और इन सबके बीच थाने से कबाड़ मे तब्दील हो चुकी बाइको का इतना बड़ा लाखों करोडो रू का जखीरा गायब होना गंभीर सवाल खड़ा कर रहा हैं.?की इलाके के कबाड़ीयो की थाना मे इतनी तगड़ी सेटिंग है कि थाने मे जप्त माल को भी बिना किसी भय से खपाने लगे।
बरहाल देखना होगा कि इस मामले का सच कब सामने आता है और उच्च अधिकारी इसकी जाँच करवाते है । हालाँकि सिरगिट्टी थाने का इतिहास बताता है कि जब भी इस तरह के पुलिस से कबड़ियो के सांठगांठ के आरोप लगे है तब तब कबड़ियो के दो चार गाड़ी कबाड़ जप्त कर पुलिस द्वारा खानापूर्ति की कार्यवाही की जाती हैं ।
हालाँकि इस मामले मे थाना प्रभारी विजय चौधरी ने ऐसी कोई घटना की जानकारी होने से इंकार किया है और पुलिस पर लग रहे गंभीर आरोप और गाड़ियों के थानो से गायब होने पर फुर्सत मै रजिस्टर चेक कर जानकारी देने की बात कही है साथ ही थानेदार ने उच्च अधिकारियों के परमिशन के बाद ही घटना स्थल की फोटो खीचने का अनुरोध किया।
और यदि पुलिस पर लगे गंभीर आरोप् यदि सच साबित होते है तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है की सिरगिट्टी मे कबड़ियों का कितना प्रभाव है..?