
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ – 23 अक्टूबर 2001 को स्थापित अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में 23 वर्षों का सफर पूरा कर लिया है। विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवा को जन-जन तक पहुँचाने का सपना लिए पद्म भूषण डॉ. प्रताप सी रेड्डी द्वारा स्थापित इस हॉस्पिटल ने नए आयाम स्थापित किए हैं। राज्य का पहला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल होने के नाते, अपोलो हॉस्पिटल ने प्रथम कैथ लैब, मास्टर हेल्थ चेकअप, ऑटो एनालाइजर और आधुनिक एमआरआई मशीन जैसी सुविधाएँ दीं, जिससे छत्तीसगढ़ सहित आसपास के राज्यों के मरीजों का विश्वास अर्जित किया।

वर्ष 2013 में अपोलो कैंसर हॉस्पिटल के रूप में विस्तार करते हुए, इसने 360-डिग्री कैंसर उपचार, जिसमें मेडिकल, सर्जिकल और रेडिएशन जैसी सुविधाएँ शामिल हैं, को अपनाया। इससे कैंसर मरीजों को समर्पित और अत्याधुनिक इलाज की सुविधा मिली।
अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर के 23वीं वर्षगाँठ के अवसर पर 23 अक्टूबर 2024 को विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। दिन की शुरुआत गणेश पूजा और केक कटिंग से हुई, जिसके बाद संस्था प्रमुख अरनव राहा ने 10, 15 और 20 वर्षों से सेवा दे रहे कर्मचारियों का सम्मान किया। राहा ने कर्मचारियों और उनके परिवारों का आभार व्यक्त करते हुए क्षेत्र के लोगों के विश्वास के लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने वादा किया कि अस्पताल भविष्य में भी नवीन तकनीकों के साथ गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा देने हेतु प्रतिबद्ध रहेगा।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में कर्मचारियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और विभिन्न विभागों के उत्कृष्ट कर्मचारियों को ‘स्टार एम्पलाई अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन पर सभी के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया गया।

