छत्तीसगढ़बिलासपुर

न्यायधानी में रेत चोरों का आतंक ! मंदिर को तोड़ा ।सरपंच ने रेत माफियाओं से बताया जान का खतरा ।खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप ।

बिलासपुर।प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े शहर और न्यायधानी बिलासपुर जिले में रेत चोरों ने आतंक मचा के रखा हुआ है । अस्वीकृत रेत खदानों से रोज रात्रि में सैकड़ों ट्रेक्टर रेत की चोरी हो रही है सब कुछ जानते हुए भी खनिज अमला इन रेत चोरों के खिलाफ कार्यवाही करने में नाकाम साबित हो रहा है ।

बिलासपुर शहर से लगी हुई ग्राम पंचायत निरतु के सरपंच इस मामले में खनिज विभाग से लेकर कोनी थाना सहित तमाम जिम्मेदार अधिकारियों से अपने ग्राम में रातभर चल रही बंद खदानों से अवैध रूप से रेत निकालने वाले रेत माफियाओं के ऊपर कार्यवाही करने की मांग कर चुका है ।

कई बात मिन्नते और लिखित शिकायत के बाद भी अधिकारियों की उदानसीनता और संरक्षण के चलते इन रेत चोरों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नही हो रही है ।

निरतु ग्राम पंचायत के सरपंच केदार पटेल ने रेत चोरों से जान का खतरा भी बताया सरपंच का कहना है रेत माफिया के गुर्गे रात में रात में नशे में धुत्त रहकर इस अवैध उत्खनन को अंजाम दे रहे हैं । और रोकने पर उनके साथ कोई अनहोनी हो सकती है ।

वहीं सरपंच का कहना है चोरों ने अवैध परिवहन रास्ते के लिए शमशान घाट में बने मंदिर को भी तोड़ दिया जिसकी शिकायत उन्होंने कोनी थाने में दर्ज करवाई है,
पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है इतना ही नहीं निरतु के सरपंच केदार पटेल ने गंभीर आरोप लगा कर खनिज विभाग पर ही रेत चोरों से मिलीभगत और संरक्षण के गंभीर आरोप लगाए है ।

सरपंच का कहना है कि खनिज विभाग सिर्फ दिखावे की कार्रवाई करता है जबकि यहां रात भर ट्रैक्टर का मेला लगा रहता है ,यह अवैध कार्य खनिज विभाग और पुलिस विभाग की मिली भगत से चलता है कार्यवाही नही होने से पहले ही बालू चोरों को इन्हीं विभागों के कुछ लोगों द्वारा सूचित कर दिया जाता है ।

वहीं खनिज विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरपंच का कहना है यदि अधिकारी ईमानदारी से काम करते और उनका खनिज चोरों को संरक्षण नहीं होता तो रेत की एक मुट्ठी भी चोरी नहीं होती और जो भी कार्यवाही हो रही है वह सब दिखावे की है ।
वही खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन सहित राजस्व अमला संयुक्त कार्यवाही कर रहा है और बीच में कुछ बड़ी कार्यवाही भी की गई । लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी हमेशा की तरह स्टाफ की कमी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेता है । तो पुलिस विभाग इसे खनिज विभाग का मामला बताकर सीधे घाट में कार्यवाही से बचता रहता है ।

पर आरोप गंभीर है पर सही भी लग रहे है क्योंकि रेत चोर बिना भय के कई अस्वीकृत घाटों से रेत की चोरी कर मोटी रकम में बेच रहे है और तेज रफ्तार में यह गाड़ियां दिन रात शहर की सड़को पर दौड़ रही है । जिसपर लगाम नहीं लगने से खनिज विभाग सवालों के घेरे में है ।
अब देखना होगा कि इन घाटों पर रात में हो रहे अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के खिलाफ कब कड़ी कार्यवाही करता है । या हर बार की तरफ स्टाफ की कमी को रोना रोते रहेगा और इसी तरह पूरी रात रेत चोर अवैध उत्खनन करते रहेंगे और खुद और अधिकारियों को मालामाल करते रहेंगे ।

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