फर्जी जाति प्रमाण पत्र से 30 साल की नौकरी, पाया प्रमोशन अब हुईं प्रधान पाठिका बर्खास्त


जशपुर। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर 30 साल से नौकरी करने वाली का प्रमोशन पानी वाली प्रधानपाठिका को बर्खास्त कर दिया गया है। शिकायत की जांच में जाति प्रमाण पत्र फर्जी मिलने पर कार्यवाही की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता और बंग समाज के पूर्व अध्यक्ष दिलीप मंडल की पत्नी संचित रानी मंडल सूरजपुर जिले के सूरजपुर विकासखंड स्थित शासकीय प्राथमिक शाला सोनवाही उपकापारा में प्रधान पाठिका के पद पर पदस्थ थी। उनकी प्रथम नियुक्ति 17 मार्च 1994 को सहायक शिक्षक अलिपकीय तृतीय श्रेणी के पद पर अनुसूचित जाति प्रवर्ग के लिए आरक्षित रिक्त पद के विरुद्ध उनके द्वारा प्रस्तुत ” चमार” जाति के प्रमाण पत्र के आधार पर हुई थी। संचित रानी मंडल के इस जाति का नहीं होने की शिकायत मिली थी।
शिकायत की जांच जिला स्तरीय सत्यापन समिति ने 2018 में ही थी। संचित रानी मंडल को अवसर दिए जाने के बावजूद भी जाति सत्यापन हेतु उन्होंने न तो साक्ष्य उपलब्ध कराया और ना ही वे जांच समिति के समक्ष उपस्थित हुई। इसके बाद तहसीलदार सूरजपुर को जाति प्रमाण पत्र सत्यापन दायरा पंजी की जांच करने के निर्देश दिए गए थे।
तहसीलदार सूरजपुर 1990–91 एवं वर्ष 1991–92 का अवलोकन किया गया। जिसके अनुसार दिनांक 10 जून 1992 को संचित रानी मंडल पिता मनिंद्रनाथ मंडल जाति चमार की निवास स्थान पर सूरजपुर के नाम से जारी जाति प्रमाण पत्र दायरा पंजी में दर्ज होना नही पाया गया। तथा उक्त दिनांक को किसी भी व्यक्ति को जाति प्रमाण पत्र जारी होना नहीं पाया गया। इस तरह से यह जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।
कलेक्टर ने दिए बर्खास्तगी के निर्देश..
जाति प्रमाण पत्र के फर्जी होने की पुष्टि होने पर कलेक्टर सूरजपुर के द्वारा बर्खास्तगी के निर्देश दिए गये। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने संचिता रानी मंडल को अपना पक्ष प्रस्तुत करने हेतु अवसर दिया गया। जिसका जवाब 27 सितंबर 2023 को दिया गया। जो संतोषप्रद नही पाए जाने पर 20 फ़रवरी 2024 को दस्तावेजी साक्ष्य मांगे गये। पर उक्त दिनांक को कोई भी संतोषप्रद जवाब पेश नहीं किया गया। जिस पर सविता रानी मंडल वर्तमान पदस्थापना प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला सोनवाही उपकापारा ब्लॉक सूरजपुर को बर्खास्त कर दिया गया।

