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गैर भाजपाई आदिवासी नेताओ को बीजेपी कर रही है टारगेट: भगत


झंझट से बचने आदिवासी नेताओ को मार दो गोली…

पूर्व मंत्री भगत ने क्यों कह दी ऐसी बात…. पढ़े पूरी खबर…



छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने आयकर विभाग की कार्रवाई पर कहा कि, गैर भाजपाई आदिवासी नेताओं को बीजेपी टारगेट कर रही है। इससे तो अच्छा झंझट से बचने आप हमें और जितने आदिवासी नेता हैं उन्हें गोली मार दीजिए। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि, गलत दस्तावेज पर मारपीट कर साइन कराए गए हैं।

लगातार 5 दिन अमरजीत भगत के निवास समेत उनके करीबियों के ठिकानों पर आईटी ने कार्रवाई की थी। रविवार को यह कार्रवाई खत्म हुई जिसके बाद सोमवार को रायपुर में भगत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में मीडिया से उन्होंने बातचीत की। इस दौरान उनका बेटा आदित्य भगत भी साथ था।

भगत का कहना है कि, हमारे पुराने स्टाफ के साथ मारपीट कर गलत दस्तावेज में दस्तखत और बयान लिए गए। यह क्या चाहते हैं आदिवासियों को जीने का हक नहीं है क्या। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के तमाम नेताओं पर कार्रवाई की गई। इस प्रदेश में इतने बड़े-बड़े धन्ना सेठ हैं लेकिन उन्हें सिर्फ एक आदिवासी ही दिखा।

भगत ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कांग्रेस के खिलाफ और गैर बीजेपी शासित राज्यों के खिलाफ कर दहशत फैलाने का काम चल रहा है। हाल ही में आदिवासी नेता झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन के साथ भी ऐसा ही किया गया, पद से इस्तीफा देने तक मजबूर किया गया।*

मेरे निवास सहित पूरे मेरे सहयोगियों के खिलाफ प्रदेशभर में छापा मारकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। लगातार 4 दिन तक हमें घर से बाहर भी नहीं निकलने दिया गया। राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को दबाने के लिए ये हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।*


जो शपथपत्र में दिया उसके अलावा कुछ भी नहीं मिला’



भगत ने आगे कहा कि, IT की टीम भेजकर डर का वातावरण बनाने की कोशिश की जा रही। कार्रवाई के दौरान हर कमरे में आईटी अफसर और चप्पे-चप्पे में पुलिस की टीम मौजूद थी। जब से छत्तीसगढ़ राज्य बना है तब से यह पहला उदाहरण है जहां ऐसे तांडव किया गया है। मैंने विधानसभा चुनाव में जो शपथपत्र दिया है उसके अलावा छापे में अतिरिक्त कुछ भी नहीं निकला है। सरकार चाहे तो किसी को भी फंसा सकती है और जेल भेज सकती है।

अत्याचार करेंगे तो विरोध होगा ही’*



अमरजीत भगत ने पूछा कि क्या, आदिवासियों को राजनीति करने का अधिकार नहीं है? साथ ही उन्होंने कहा कि, भारत जोड़ो न्याय यात्रा छत्तीसगढ़ पहुंचने वाली है, मुझे पार्टी ने संयोजक के रूप मे नियुक्त किया है, कार्यक्रम सफल ना हो इसके लिए ऐसी कार्रवाई हो रही है। आदिवासी नेता जो गैर भाजपाई हैं उन्हें टारगेट किया जा रहा है। प्रपंच और झंझट से बचने के लिए जितने आदिवासी नेता हैं उन्हें लाइन से खड़े कर गोली मार दीजिए। अगर अत्याचार करेंगे तो विरोध तो होगा।

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