कोरबा। कोरबा में महिला फूड इंस्पेक्टर और बेटे के साथ मारपीट हो गई। मारपीट करने वाला महिला फूड इंस्पेक्टर का पूर्व ड्राइवर ही था। गांव के सरपंच, उपसरपंच व ग्रामीणों ने किसी तरह बीच बचाव कर मामला शांत करवाया। पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर लिया है। मामला करतला थाना क्षेत्र का है।
कोरबा जिले के करतला ब्लॉक में उर्मिला गुप्ता खाद्य निरीक्षक के पद पर कार्यरत है। करतला ब्लॉक के ही ग्राम चैनपुर निवासी दिलेश्वर पटेल को उन्होंने गाड़ी चलाने के लिए ड्राइवर रखा था। दिलेश्वर पटेल ने 1 साल तक उनकी गाड़ी चलाई। इस दौरान रुपए की आवश्यकता पड़ने पर दिलेश्वर पटेल ने महिला खाद्य निरीक्षक से 3 लाख 85 हजार रुपए अलग-अलग किस्तों में उधार दिया। दिलेश्वर पटेल ने ₹
2 लाख रुपए वापस कर गाड़ी चलाना छोड़ दिया।
30 दिसंबर की शाम 6:00 बजे दिलेश्वर पटेल द्वारा महिला खाद्य निरीक्षक के घर के मोबाइल में फोन किया गया। फोन फूड इंस्पेक्टर के 10 वर्षीय बेटे उर्मिला गुप्ता ने उठाया। सार्थक गुप्ता के साथ दिलेश्वर पटेल के द्वारा अपशब्दों का प्रयोग किया गया। महिला खाद्य निरीक्षक सविता गुप्ता को पता चलने पर वह 30 दिसंबर की रात 9:00 बजे दिलेश्वर पटेल को समझाइश देने अपने बेटे को लेकर रात 9:00 बजे उसके गांव चैनपुर गई ।
महिला खाद्य निरीक्षक सविता गुप्ता ने अपनी शिकायत में बताया है कि अपने साथ सरपंच रामनारायण राठिया, उपसरपंच संतोष पटेल, पंच पुरुषोत्तम गबेल व अन्य ग्रामीणों को लेकर पीपल चौक के पास दिलेश्वर पटेल को सुरेंद्र व पुरुषोत्तम के माध्यम से बुलवाई और बच्चे को अपशब्द बोलने पर समझाइश देने लगी। जिस पर दिलेश्वर पटेल ने अश्लील गालियां देते हुए महिला निरीक्षक के पेट पर लात से मारा व उनके बेटे के साथ भी मारपीट की। वहां मौजूद सरपंच उप सरपंच व अन्य लोगों ने बीच बचाव कर महिला निरीक्षक को छुड़ाया। पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।