छत्तीसगढ़बिलासपुर

अध्यक्ष पद चुनाव से पहले मचा हड़कंप ? मतदाता सूची में लगा गड़बड़ी का आरोप ..ऑडियो वायरल होने से मचा हड़कंप….!सुनिए EXCULIVE आडियो ! सनसनीखेज आरोप ..!

बिलासपुर।पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत चुनाव होने से पहले ही इस चुनाव को लेकर बवाल मचा हुआ है …चुनाव लड़ रहे अध्यक्ष के दावेदारों ने ही इस चुनाव पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं ।..? आरोप है 16 साल बाद होने वाले इस अहम चुनाव के लिए जारी मतादाता सूची में गड़बड़ी की गई है .और चुनाव के लिए बने सविधान के विपरित जा कर व्यक्तिगत लाभ के लिए मतदाताओं की संख्या में गड़बड़ी से इजाफा कर दिया गया ताकि गड़बड़ी कर ज्यादा से ज्यादा वोट अपने पक्ष में डलवा कर किसी तरह से अध्यक्ष पद पर काबिज हो सके .

इतना ही नहीं इस मामले से एक आडियो भी हमारे पास एक सूत्र ने भेजा है ..आडियो उपलब्ध करवाने ने नाम ना छापने की शर्त में यह दावा किया है की इस ऑडियो से साफ साफ जाहिर होता है की अध्यक्ष पद में कृपया करने के लिए किस तरह समाज के लोगों के साथ षड्यंत्र किया जा रहा है.. सूत्र ने यही भी बताया कि पुज्य सिंधी सेन्ट्रल पंचायत में सत्ताधारी लोगो की चुनाव में जीत किस प्रकार से होती है इस बातचीत से आप जाने क्यों कोई नया उम्मीदवार पुज्य सेंटल पंचायत का चुनाव नही जीत सकता…

नोट..इस आडियो की पुष्टि हम नही करते है

सूत्र दावा कर रहे है की पूज्य बिरादरी सिंधी पंचायत के मुखी सुरेश सिदारा और पूज्य सिंधी पंचायत कश्यप कॉलोनी के मुखी जगदीश जग्यासी इन दोनों मुखियों के बीच हुई बातचीत का एक छोटा सा हिस्सा है ।

मतदाता सूची को लेकर अध्यक्ष के दावेदारों ने चुनाव अधिकारी को शिकायत भी की है इस शिकायत में कहा गया है की मतदाता सूची नियमों के विपरीत जारी की गई है इसलिए इस मतदाता सूची में सुधार की आवश्यकता है वहीं इस मामले में चुनाव अधिकारी का कहना है की आपत्ति करने वाले को सही समय पर जवाब दे दिया जाएगा..!
वहीं इस मामले में नाम ना छापने की शर्त पर समाज के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति ने हमें जानकारी में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.. सूत्र का कहना है अध्यक्ष पद का चुनाव पद प्रतिष्ठा का चुनाव न होकर सिर्फ पैसों की गड़बड़ी का चुनाव बनकर रह गया है.. जिस उद्देश्य से इस भवन का निर्माण किया गया था वह अपने दायित्वों को निभाने में पूरी तरह असफल रहा है.. समाज के गरीब असहाय और मजबूर लोगों को सहायता के लिए बनाया भवन आप सिर्फ पैसा वसूली का भवन बनकर रह गया है.. पद की आड़ में सिर्फ लाखों रुपए का वारा न्यारा होने का गंभीर आरोप भी सूत्र ने लगाया है… जबकि इस भवन के निर्माण के लिए शासन प्रशासन और समाज के लोगों ने दिल खोलकर मदद की थी.. लेकिन उसके बाद भी इस भवन को कुछ लोगों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए अपनी जागीर समझ कर रखी हुई है.. सूत्र का दावा है कि इस मामले को निपटाने के लिए उस पर भी दबाव बनाया जा रहा है .और कुछ सालो से निकलने वाली समाज की शोभायात्रा जोकि दो गुटों में निकलती थी उसको एक साथ मिलकर निकालने की भी रणनीति तैयार की जा रही है.. ताकि विरोध के स्वर को दबाया जा सके

एक प्रतिष्ठित चुनाव से पहले इस तरह के आरोपों से समाज में खलबली मची हुई है और समाज के लोग ही इस चुनाव के विरोध में लामबंद हो गए हैं अब देखने वाली बात है कि कल होने वाले 16 साल बाद इस चुनाव को लेकर चुनाव अधिकारी और समाज के प्रतिष्ठित क्या निर्णय लेते हैं .? ताकि चुनाव को विवादों से दूर रखा जा सके और निर्वाचित अध्यक्ष समाज के हित में कार्य कर सकें ।

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