बिलासपुर।आज बिलासपुर प्रेस क्लब के लिए बेहद ही ख़ास दिन था । आज बिलासपुर प्रेस क्लब में “पहुना” बनकर पहुंचे थे जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह । प्रेस क्लब के पहुना बने सन्तोष सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में उन्होंने कभी प्रशासनिक अधिकारी बनने की कल्पना भी नहीं की थी । वो शुरू से ही अध्यापन के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाह रहे थे,लेकिन अचानक उनका रुझान यूपीएससी की ओर बढ़ा और वो आईपीएस ऑफिसर बन गए । पुलिस अधीक्षक सन्तोष सिंह ने बताया कि अचानक जब वो बीए की पढ़ाई का निर्णय लिए तो घर वाले चौंक गए । राजनीति शास्त्र में गहन दिलचस्पी रखने वाले आईपीएस ऑफिसर संतोष सिंह अंतरराष्ट्रीय संबंद्ध विषय में खासा दखल रखते हैं ।
बिलासपुर में निज़ात अभियान से खासा चर्चा में आये सन्तोष सिंह का मानना है कि नशे के खिलाफ पुलिस द्वारा चलाये जा रहे “निजात”अभियान एक जन आंदोलन है। इस अभियान को सामूहिक प्रयास से ही सफल बनाया जा सकता है । इस अभियान के बेहतर प्रतिसाद मिल रहे हैं । पुलिस अधीक्षक सन्तोष सिंह ने बताया कि पुलिस की भूमिका अब सिर्फ घटनाक्रम के बाद पुलिसिंग करने तक सीमित नहीं रह गई है,बल्कि पुलिस अब प्रिवेंटिव वर्क को बेहतर अंजाम दे रही है । पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे इस अभियान से एक भी व्यक्ति अगर नशा छोड़ देता है तो यह हमारे अभियान की एक बड़ी सफलता होगी । यह अभियान निश्चित रूप से एक अच्छी मंशा के साथ शुरू किया गया है,आगे इसके परिणाम और बेहतर आएंगे । “पहुना”कार्यक्रम में पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पत्रकारों के बीच आकर वे बेहद ही अपनेपन का अहसास कर रहे हैं,क्योंकि उनके पिता भी पत्रकार रहे हैं । वे पत्रकारिता के बारीकियों और चुनौतियों को बखूबी जानते हैं । एसपी सन्तोष सिंह ने पत्रकारों की समाज में भूमिका को अहम बताया और समाज को सदैव बेहतर पत्रकारिता की जरूरत को रेखांकित किया ।