छत्तीसगढ़बिलासपुर

केंद्रीय जेल में मचा हड़कम्प ..!
जेल के अंदर अभियुक्त पर जानलेवा हमला ..!
पुरानी रंजिश के चलते जेल में हत्या की कोशिश ..!
जेल प्रशासन पर मामले में लीपापोती का आरोप ..
पढिये सनसनीखेज खुलासा ..!

बिलासपुर।प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर बिलासपुर कानून व्यवस्था की लचर बंदोबस्त के कारण अप्राधगढ़ बनता जा रहा है । चाकूबाजी ,लूटपाट ,, हत्या और गैंगवार जैसी सिलसिलेवार घटना के चलते बिलासपुर के लोग डारे संहमे हुए है । न्यायधानी में बिगड़ती कांनून व्यवस्था के चलते भय के माहौल है ।
अभी तक सड़को में चलने वाले गैंगवार की आग की आंच अब केंद्रीय जेल तक पहुच चुकी है । और अब जेल के अंदर ही अपराधी खूनी खेल खेलते नजर आ रहे है । ताजा मामला सामने आने से जेल प्रशासन से लेकर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है । जेल प्रशसन पर मामले को दबाने और लीपापोती के गम्भीर आरोप लगा रहे है । मिली जानकारी के अनुसार सरकंडा थाने में एक मामले में फरार चल रहे आरोपी विष्णु वंशकार ने सरकंडा थाने में आत्मस्मर्ण कर दिया था जिसके बाद अभियुक्त को जेल दाखिल कर दिया गया था ।

विस्वसनीय सूत्रों की माने तो दोपहर12 बजे जेल केम्पस के अंदर ही विष्णु से पुरानी रंजीश रखने वाले कुछ कैदियों ने जानलेवा हमला कर उसकी हत्या करने की कोशिश की है । अभियुक्त विष्णु को जेल के अंदर अचानक हुए हमले में गम्भीर चोटे आई है जिसको ये तस्वीरें बया कर रही है ।

विष्णु की परिजनों की माने तो हमला किसी धारधार हथियार नुमा चीज से किया गया है । पीठ में कुछ नुकीली चीज घोप कर उसकी हत्या करने की कोशिश की और सर पर भी गंभीर वार किए ।
केंद्रीय जेल के अंदर हुई इस खूनी वारदात के बाद जेल प्रशासन के हाथपांव फूल गए और आनन फानन में मामले को दबाने की भरकश कोशिश की गई । लेकिन गम्भीर रूप से घायल विष्णु की लगातार बिगड़ रही स्तिथि को देखते हुए जिले के सबसे बड़े सरकारों अस्पताल सिम्स में इलाज के लिए गुपचुप तरीके से भर्ती करवाया गया । परिजनों से मिली जनकारी के अनुसार इस दौरान जेल प्रशासन ने मामले को हल्का करने के लिए घायल अभियुक्त को जेल वापिस ले जाने की कोशिश की लेकिन परिजनो के हंगामे और डाक्टरो की रिपोर्ट के आधार पर घायल विष्णु को जेल वापिस ले जाने के मंसूबो पर पानी फिर गया और मामला उजागर हो गया है ।

केंद्रीय जेल प्रशासन ने इतनी गम्भीर वारदात होने के बाद भी अभी तक सम्बंधित थाने में सूचना देना भी मुनासिब नही समझा .इतना ही नही जेल प्रशासन ने मामले में लीपापोती की भी पुरजोर कोशिश की । जिसके बाद से सवाल खड़े हो रहे है कि जेल में एक अभियुक्त की हत्या के इरादे से जानलेवा हमला हो जाता है ।जेल प्रशसन मूकदर्शक और मूकबधिर बना हुआ है । आख़िर जेल के अंदर हथियार कैसे आ गया है और कैसे कातिलाना हमला हो गया इसकी जांच होनी चाहिए । कौन थे हमला करने वाले लोग और हत्या करने की साजिश किसके इशारों पर रची गई ?इन सब सवालो का जबाब जिम्मेदारों से लेने की कोशिश की गई लेकिन जबाब नही मिल सका है ।
वही इस कातिलाना हमले के बाद अभियुक्त विश्णु के परिजनों को विष्णु की जान को खतरा बताते हुए उच्च अधिकारियों और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर केंद्रीय जेल के अधिकारियों और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करते नजर आ रहे है ।

वारदात जेल के अंदर हुई या बाहर इसकी पुख्ता जानकारी नही मिल पाई है।

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