छत्तीसगढ़बिलासपुर

त्रिकोणीय संघर्ष के बीच कोटा में मुकाबला है जबरदस्त । कांग्रेस का इतिहास, भाजपा का कैडर और जेसीसीजे प्रत्याशी की स्थानीय लोकप्रियता के कारण कोटा सीट है दिलचस्प ।

बिलासपुर । कोटा विधानसभा क्षेत्र कहने को तो अभी तक कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है, और हर चुनाव में भाजपा हारते आई है, किन्तु पिछली बार के चुनाव में जनता काँग्रेस की धमाकेदार एण्ट्री ने दोनों दलों के हालत खराब कर दी थीं और जों न सोचे थे उस परिणाम का सामना करना पड़ा था हो सकता है इस बार भी चुनाव मे कुछ ऐसा ही देखने को मिले क्यो की इस बार भाजपा के प्रत्याशी जों की 580 किलो मीटर के प्रबल प्रताब को टिकट दीया है जों की उसके पार्टी के लोग ही नही पचा प रहे है तों जनता कैसे वोट करेंगी, आम पार्टी का इस बार कोटा मे कोई जनाधार दिखाई नही दें रहा है कोटा विधानसभा मे जोगी कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी के बिच ही घमासान मची हुई है,
विदित हो कि केंद्र मे सत्ताधारी दल के नेता ओवर कॉन्फिडेंस के चलते अक्सर कोटा हारते हुए आये है, और वे फिर इस बार उसी रास्ते मे जा रहे है, जिसका परिणाम शीघ्र ही उन्हें पराजय के रूप में देखना पड़ सकता है, सूत्रों की माने तो क्षेत्र के अनेक जमीनी कार्यकर्ता प्रत्याशी के करीबी नेताओं से बहुत ही ज्यादा दुखी और परेशान है, जिसके चलते भाजपा का घरेलू वोट बैंक पर पर प्रभाव पड़ रहा है, और ये बात प्रत्याशी जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश कर रहे है, वही कांग्रेश प्रत्याशी की भी मुश्किलें कही कम नही है, क्यो की
रतनपुर के निष्ठावान कांग्रेसियों में भारी रोस अभी तक देखा जा रहा है क्योंकि यहां की बाग़ डोर दलबदरुओं के हाथ में सौंप दी गई है इन्हीं दलबदलों के कारण ही पूर्व विधानसभा चुनाव मैं कांग्रेस को हर का सामना करना पड़ा था जो कि तीसरे पायदान मे लाकर पटक दी थी अगर यही माहौल रहा तो इस चुनाव में भी हो सकता है दावेदार को भारी मुसीबत का सामना करना पड़े रतनपुर मे एक वार्ड से लेकर 8 वार्ड तक कांग्रेस बहोत पीछे है बीजेपी का पलड़ा भारी है वही बाकि वार्डो मे तीनो पार्टियों की मिली जुली वोट दोखाई दें रहा है,
प्रयासरत है कि सभी को साथ लेकर चले, किन्तु अनेक जगहों उन्हें जकांक्ष के चलते नुकसान पहुच सकता है पिछले चुनाव में रेणु जोगी को 48800, वोट हासिल हुए थे जबकि भाजपा के काशी राम साहू को 45774 वोट मिले। इस तरह कांग्रेस प्रत्याशी को 30803वोटों मिले और भाजपा कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा।
कांग्रेस के विधायक पद पर चुनाव लड़ रहे अटल श्रीवास्तव सक्रीय होकर प्रचार प्रसार में सबसे आगे चल रहे जोगी पार्टी का अस्तित्व भी अब गांवों में नजर आने लगा है, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के बोट बैंक पर जमकर डाका डालने का काम कर रहा है, नतीजन इस चुनाव में अब देखना है कि कौन किस पर कितना भारी इस चुनाव पर पड़ रहा है,

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