बिलासपुर

तप,त्याग,सादगी,समर्पण और संयम-छठ का संदेश । उदयीमान सूर्य के अर्घ्य के साथ ही छठ का हुआ विधिवत समापन । बिलासपुर के छठ घाट में दिखी छठ की रौनक ।

प्रवीण झा,अध्यक्ष, छठ पूजा समिति

बिलासपुर । जन आस्था का लोकपर्व छठ के आज चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर छठव्रतियों ने छठ पर्व का विधिवत समापन किया। कल बुधवार को अस्ताचगामी सूर्य को अर्घ्य देकर छठव्रतियों ने बिलासपुर शहर के ऐतिहासिक छठ घाट तट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया । बिलासपुर का स्थाई छठ घाट 800 मीटर लंबा है जो देश का सबसे लंबा स्थाई छठ घाट है । बिलासपुर के तोरबा स्थित अरपा नदी के तट का आज का नजारा देखने लायक था । यहां हर साल हजारों की तादात में दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। छठ पर्व तप,त्याग,सादगी,संयम और समर्पण का लोकपर्व है । व्रतियों ने बताया कि, इस वर्ष छठी मईया के उपासना के साथ परिवार के सुख समृद्धि और कोरोना से पूर्ण मुक्ति की उन्होंने कामना की है। गौरतलब है कि नहाय खाय के साथ छठ पर्व की शुरुवात हुई थी,जिसमें 36 घंटे के कठोर व्रत के साथ व्रती उपासना कर रहे हैं। आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों ने पारण किया ।

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