
डेस्क खबर बिलासपुर../ संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स की लगातार लापरवाही पर मीडियामीडिया की खबरों पर छ्तीसगढ़ हाईकोर्ट संज्ञान लेकर बिलासपुर कलेक्टर से लेकर स्वास्थ्य सचिव पर नाराजगी जाहिर कर जबाब मांग चुका है । उसी सिम्स अस्पताल को लेकर पत्रकारों के बेबाक सवाल पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अजीबोगरीब बयान दिया है।सिम्स के डीन डॉ. रमनेश मूर्ति को पत्रकारों को ‘टाइट’ करने की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने यह टिप्पणी तब की जब उनसे सिम्स में हुए एक गर्भपात मामले पर सवाल पूछा गया जिसकी जानकारी प्रदेश को स्वास्थ्य मंत्री को नहीं थी जबकि इस मामले मे भी हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया हुआ है। जब पत्रकारों ने इस गंभीर मामले पर स्वास्थ्य मंत्री से प्रतिक्रिया मांगी, तो पहले उन्होंने जानकारी से इनकार किया, फिर इसे मामूली घटना बताकर टालने की कोशिश की और बातचीत खत्म कर मोदी के कार्यकर्म के लिए रवाना हो गए।
दरअसल, 13 मार्च को करगीकला की एक गर्भवती महिला को पेट दर्द की शिकायत के बाद सिम्स में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान उसे गलत इंजेक्शन लगा दिया गया, जिससे उसका पांच महीने का गर्भ गिर गया। महिला के परिजनों का आरोप है कि यह इंजेक्शन किसी और मरीज को दिया जाना था, लेकिन लापरवाही के कारण गर्भवती महिला को लगा, जिससे उसका गर्भपात हो गया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है और मुख्य न्यायाधीश ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव से जवाब मांगा है। इसके बाद जब वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में जाने के लिए निकले, तो सिम्स के डीन डॉ. मूर्ति को पीठ थपथपाते हुए कहा, “आजकल के पत्रकार ब्लैकमेलर हैं, जरा उन्हें टाइट करो।” अब सवाल उठता है कि स्वास्थ्य मंत्री को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की चिंता होनी चाहिए या पत्रकारों को दबाने की? बिलासपुर के पत्रकारों ने इस चुनौती को स्वीकार किया है और देखना होगा कि आगे क्या होता है।

वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छ्तीसगढ़ प्रवास के दौरान स्वागत से आई तस्वीरों से बीजेपी पार्टी मे खलबली मची हुई है। मोदी के प्रवास के बाद, विष्णुदेव सरकार मे मंत्रीमंडल विस्तार की चर्चाओ के बीच आई इस एक तस्वीर के कई अर्थ निकाले जा रहे है।
