

डेस्क खबर ../ मुंगेली जिले के जनपद पंचायत मुंगेली में पदस्थ महिला उप अभियंता सोनल जैन ने अपने विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बीते 36 घंटे से भी अधिक समय बीत चुका है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब तक इस मामले में कोई ठोस कार्यवाही नज़र नहीं आई। इससे जिले की कानून व्यवस्था और प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या यहां महिला अधिकारी भी सुरक्षित नहीं हैं?

मिली जानकारी के अनुसार, सोनल जैन ने एक सुसाइड नोट लिखकर अपना पक्ष रखते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय और कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने जनपद सीईओ राकेश, जिला पंचायत के प्रभारी अधिकारी पाण्डेय, जिला पंचायत सदस्य उमाशंकर साहू, पूर्व जनपद सदस्य मनोज साहू, वर्तमान जनपद सदस्य राज साहू सहित तकनीकी स्टाफ चंद्रकांत कटकवार, शिल्पी उप अभियंता RES और तकनीकी सहायक त्रिभुवन कवर पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

हालात इतने बिगड़ गए कि महिला अधिकारी को मानसिक तनाव के चलते जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
सवाल यह है कि जब एक सरकारी महिला अधिकारी खुलेआम अपनी जान देने की बात लिखकर न्याय मांग रही है, तब भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे? इतने गंभीर आरोपों के बावजूद जिला प्रशासन व उच्च अधिकारी अब तक चुप क्यों हैं? क्या सत्ता और पद का दबदबा महिलाओं की सुरक्षा पर भारी पड़ रहा है? सुसाइट नोट में नाम लिखा होने के बाद भी अभी तक इस संवेदनशील मामले में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से पूरे जिले की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़े हो गए है ।