डेस्क खबरबिलासपुर

बिना अनुमति के लेखा शाखा में लगा एसी, समाज कल्याण विभाग में नियमों की अनदेखी..! सूचना के अधिकार में मिली चौंकाने वाली जानकारी .?? दिव्यांग बच्चों, हितग्राहियों को मिले दान से कर रहे कर्मचारी ऐश ..??



डेस्क खबर बिलासपुर। समाज कल्याण विभाग बिलासपुर के लेखा शाखा में नियमों को ताक पर रखकर दान की राशि से एसी लगाए जाने का मामला सामने आया है। आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी के कक्ष में बीते तीन माह से एसी लगाया गया है, जबकि विभागीय नियमों के अनुसार उस कमरे में एसी लगाने का कोई प्रावधान ही नहीं है।

सूत्रों के मुताबिक, दान की राशि से लगाए गए इस एसी को लेकर विभाग के अधिकारियों द्वारा अनुमति नहीं ली गई और अब इसकी जानकारी देने से भी इनकार किया जा रहा है। वहीं कार्यालय के अन्य कर्मचारियों को एसी लगाए जाने की पूरी जानकारी है, लेकिन विभागीय अधिकारी खुद इससे अंजान बने हुए हैं। यह स्थिति पारदर्शिता और नियम पालन पर गंभीर सवाल खड़े करती है।


विशेषज्ञों का कहना है कि समाज कल्याण विभाग को मिलने वाले दान का उपयोग केवल दिव्यांग बच्चों, हितग्राहियों या सामाजिक कल्याण के कार्यों पर ही होना चाहिए। लेकिन यहां अधिकारियों ने अपनी सुविधा को प्राथमिकता देते हुए दान की राशि से एसी लगवा लिया। अगर यही राशि जरूरतमंदों की सहायता या उनके लिए सुविधाएं बढ़ाने पर खर्च की जाती, तो इसका वास्तविक लाभ समाज को मिलता।

आरटीआई में खुलासा हुआ है कि इस एसी की स्थापना पूरी तरह नियम विरुद्ध है और इसके लिए विभाग से कोई स्वीकृति नहीं ली गई थी। जानकार मानते हैं कि यह मामला केवल वित्तीय अनियमितता का नहीं, बल्कि दानकर्ताओं की भावना के साथ खिलवाड़ भी है। अब सवाल यह उठता है कि जब विभाग के उच्च अधिकारी ही इस मामले से अनजान बताए जा रहे हैं, तो आखिर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या यह महज़ लापरवाही है या जानबूझकर नियमों की अनदेखी कर सुविधा हासिल की गई है? फिलहाल, विभाग से इस विषय पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। लेकिन यह प्रकरण साफ़ दर्शाता है कि समाज कल्याण जैसे संवेदनशील विभाग में भी दान की राशि का दुरुपयोग कर निजी सुविधाएं जुटाई जा रही हैं जिसके कारण जरूरतमंद लोगों को मदद नहीं मिल पा रही है ।

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