डेस्क खबरबिलासपुर

पार्ट –14  राशन घोटाला :  कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य अधिकारी जिस गंभीर शिकायत की कर रहे जांच , उस  शिकायत की खबर लगाने पर खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार मांग रहे पत्रकारों से  साक्ष्य .. । शिकायत पत्र और आनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से पैसे देने के शिकायतकर्ता ने दिए सबूत .फूड इंस्पेक्टर पर कैमरे के सामने लगाए गंभीर आरोप ..

डेस्क खबर बिलासपुर ../ एक तरफ जहां डबल इंजन और बिलासपुर में ट्रिपल इंजन की सरकार गरीबों को मुफ्त में राशन मुहैया करवाने का दावा कर रही हो वहीं दूसरी तरफ गरीबों को सस्ता और मुफ्त राशन देने की योजना पर बिलासपुर जिले में अधिकारी ही पलीता लगाते नजर आ रहे है । ताजा मामला बिलासपुर कलेक्टर और तखतपुर विधायक से की गई  खाद्य निरीक्षक के खिलाफ की गंभीर शिकायतों से जुड़ा हुआ है ।
तखतपुर विधायक सहित तत्कालीन कलेक्टर से लगभग तखतपुर क्षेत्र के 45 दुकान संचालकों ने फूड इंस्पेक्टर श्याम वस्त्रकार के खिलाफ गंभीर शिकायत करते हुए हर महीने हजारों रु वसूली का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दी थी । आनलाइन के जरिए पैसे लेने के सबूत भी दिए थे और मीडिया के कैमरे के सामने बेबाकी से इस खाद्य निरीक्षक के खिलाफ संगीन आरोप लगाए थे लेकिन विधायक सहित कलेक्टर के सामने साक्ष्य के साथ आरोप लगाने वाली शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होते देख परेशान और शोषित दुकानदारों ने मीडिया के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया तो मीडिया ने शिकायतकर्ता के आरोप को जब प्रसारित और प्रकाशित किया तो खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार मीडिया के सच पर तिलमिला गए और कई पत्रकारों को नोटिस जारी कर खबर का खंडन या साक्ष्य प्रस्तुत करने के फरमान नोटिस के माध्यम से भेज दिया । खबर लगने से साहब को सामाजिक और आर्थिक आघात हुआ है ..अब मीडिया ने खबर लगाई है तो शिकायकर्ता की शिकायत और सबूत के आधार पर इस मामले में जिले के खाद्य अधिकारी से भी इस मामले में उनका पक्ष जानने के बाद ….जिसके हम इस खबर के माध्यम से पूरे सबूत जो कि शिकायतकर्ता द्वारा मुहैया करवाए गए है वो सब खबर में जिम्मेदारी से ज़िम्मेदारो को दिखा रहे है ।

दरअसल बिलासपुर जिले में खाद्य निरीक्षक के पद पर पदस्थ श्याम वस्त्रकार पर गनियारी शासकीय उचित मूल्य दुकान के पूर्व संचालक भीम सूर्यवंशी द्वारा ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से 20 हजार समेत 30 हजार रुपए रिश्वत लेने समेत कई गंभीर आरोप लगाएं थे, जिस मामले में 16 अप्रैल 2025 को कलेक्टर ऑफिस से जांच के लिए अनुविभागीय अधिकारी तखतपुर को प्रतिवेदन प्रेषित किया गया था, लेकिन शिकायतकर्ता को जांच सम्बन्धी जानकारी न तो अनुविभागीय अधिकारी और न ही खाद्य विभाग द्वारा दी गई थी, जिसके बाद भीम सूर्यवंशी लगातार शिकायत को लेकर भटक रहा था, जिसके बाद मीडिया तक भीम सूर्यवंशी की शिकायत पहुंची और भीम ने अपना पक्ष रखते हुए श्याम वस्त्रकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाते हुए साक्ष्य पेश किए थे, खबर प्रकाशित किए जाने के बाद जांच की जानकारी खाद्य विभाग से 2 महीने बाद शिकायतकर्ता को मिली लेकिन शिकायतकर्ता के माने तो उन्हें अब तक बयान के लिए भी नहीं बुलाया गया है..



दूसरी ओर खबर से तिलमिलाए खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार द्वारा खबर की सत्यता और शिकायत की जानकारी होने के बाद खबर लगाने वाले कई पत्रकारों को ही नोटिस भेज दिया.. श्याम वस्त्रकार ने अधिवक्ता के माध्यम से भेजे नोटिस में खबर को भ्रामक कहा है, शायद खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार खुद भी भूल गए है कि, शिकायत करने वाला जो सबूत सार्वजनिक किया है वह भ्रामक नहीं है, और मीडिया ने सिर्फ शिकायतकर्ता के शिकायत पर खबर लगाई है, इतना ही नहीं फोन के जरिए जब उनका पक्ष जानने के लिए फोन लगाया गया तो उन्होंने मोबाइल रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा लिया गया था, तब उन्होंने कहा था कि, भीम सूर्यवंशी द्वारा बिना जानकारी के उनके फोन पे पर पैसे डाले गए थे, लेकिन उन्होंने यह भी कहा था कि, उन्होंने उस पैसे को वापस नहीं किया और भीम सूर्यवंशी से इस पर कोई चर्चा नहीं की थी..

मामले में 2 माह पूर्व अप्रैल में ही जांच के लिए अनुविभागीय अधिकारी को जिम्मेदारी दे दी गई थी, लेकिन 2 माह पूर्व भी जांच में क्या हुआ था इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है, तखतपुर के अनुविभागीय अधिकारी को फोन के जरिए संपर्क साधा गया था, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया और न ही जवाब दिया.. हालांकि इस मामले में आज बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल को पत्रकारों ने मिलकर  इस गंभीर मामले से अवगत भी कराया गया है और उन्होंने गम्भीरता के साथ मामले की जांच का आश्वासन दिया है..

शिकायत पत्र पूरा लाइन से

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