डेस्क खबरबिलासपुर

गोपाल चिप्स कंपनी के कारनामे फिर आए सुर्खियों में., पैकेट मे निकल रहे वजन से कम चिप्स , शिकायत के बाद भी नही हो रही कार्यवाही….l


डेस्क खबर बिलासपुर../ बुधवार को बिलासपुर के लिंगियाडीह क्षेत्र में प्रशासन द्वारा बेजा कब्जों पर कार्रवाई की गई, जिसमें अवैध रूप से बनी दुकानों को तोड़ा गया। इस दौरान एक दुकानदार का पुराना जख्म फिर हरा हो गया। उसने गोपाल चिप्स कंपनी के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए गाना गाया—”वो भूली दास्तान लो फिर याद आ गई।” दरअसल, गोपाल चिप्स कंपनी इन दिनों अपने विवादास्पद कार्यों की वजह से लगातार सुर्खियों में है। सूत्रों के अनुसार, प्रदेश के अधिकांश डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी की मनमानी और शोषण से परेशान हैं। एक डिस्ट्रीब्यूटर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कंपनी के प्रतिनिधि दुकानदारों से एयर लीकेज माल उठाकर जबरन डिस्ट्रीब्यूटर के ऑफिस में रखवा देते हैं, जिससे उनका पैसा फंसा रहता है और कोई सुनवाई नहीं होती। यदि कोई डिस्ट्रीब्यूटर विरोध करता है, तो बिना पूर्व सूचना और बिना NOC लिए नया डिस्ट्रीब्यूटर बना दिया जाता है। इससे कई डिस्ट्रीब्यूटर वित्तीय संकट में आ गए हैं।



सूत्रों का कहना है कि कंपनी की टीम केवल मीठी-मीठी बातों में फंसाकर डिस्ट्रीब्यूटरों और आम जनता को धोखा दे रही है। कई डिस्ट्रीब्यूटरों का बकाया कंपनी के पास अटका हुआ है, लेकिन बिना हिसाब-किताब किए नए डिस्ट्रीब्यूटर बना दिए जाते हैं।


इसी बीच, लिंगियाडीह में दुकानें तोड़े जाने के दौरान एक दुकानदार ने गोपाल चिप्स कंपनी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उसने बताया कि ₹30 की कीमत वाला एक पैकेट, जिसमें 130 ग्राम चिप्स होने चाहिए, उसमें सिर्फ 55 ग्राम चिप्स निकले। जब इस गड़बड़ी की शिकायत कंपनी से की गई, तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। दुकानदार का कहना था कि गोपाल चिप्स अब केवल डिस्ट्रीब्यूटरों को ही नहीं, बल्कि आम जनता को भी धोखा दे रही है।



कंपनी की इस तरह की हरकतों को लेकर डिस्ट्रीब्यूटर और दुकानदार दोनों ही परेशान हैं। ग्राहकों को कम वजन वाले प्रोडक्ट बेचे जा रहे हैं, जबकि डिस्ट्रीब्यूटरों के पैसे अटकाए जा रहे हैं। ऐसे में, गोपाल चिप्स कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। दुकानदार ने इस धोखाधड़ी पर तंज कसते हुए हंसते हुए कहा, “अब हमें समझ आ गया कि यह कंपनी अपने ग्राहकों और व्यापारियों को किस तरह लूट रही है।” इसके बाद उसने वही गाना गाया—”वो भूली दास्तान लो फिर याद आ गई।”

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