

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप तोलानी की कलम से
डेस्क खबर बिलासपुर ../ तखतपुर क्षेत्र में गुरुवार का दिन एक भयावह दुःस्वप्न की तरह बीता। दिन भर में हुई दो अलग-अलग दुर्घटनाओं ने ग्राम अरईबंद के एक ही परिवार से माँ-बेटे सहित तीन लोगों की जान ले ली। अचानक हुई इस त्रासदी ने पूरे गाँव को शोक और अविश्वास में डूबा दिया। लोग यह समझ ही नहीं पा रहे कि कुछ ही घंटों में किस तरह एक खुशहाल परिवार उजड़ गया।
पहली दुर्घटना: इलाज के लिए ले जाते समय माँ की मौत
जानकारी के अनुसार, ग्राम अरईबंद निवासी इंद्राबाई बंजारे की तबीयत रविवार शाम अचानक बिगड़ गई। परिजन उन्हें लगभग शाम 4 बजे इलाज के लिए दुपहिया वाहन से तखतपुर लेकर जा रहे थे। रास्ते में अचानक बाइक फिसल गई और इंद्राबाई सड़क पर गिर पड़ीं। गिरने के कारण उन्हें गंभीर चोटें आईं और कुछ ही मिनटों में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।परिवार इस सदमे को सहने की कोशिश कर ही रहा था कि रात में दूसरी दिल दहलाने वाली घटना ने स्थिति और विकराल बना दी। दूसरी भीषण दुर्घटना: माँ का शव देखकर लौट रहे बेटे व उसके मित्र की मौतइंद्राबाई के निधन की खबर सुनते ही उनका पुत्र संत बंजारे (पिता—सुखचैन) अपने मित्र जितेंद्र बंजारे (पिता—गोरेलाल) के साथ तखतपुर अस्पताल पहुँच गया। माँ का शव देखकर दोनों गहरे सदमे में थे।
रात करीब 9 बजे, वे दोनों अपनी मोटरसाइकिल से वापस गाँव लौट रहे थे। खपरी गाँव के पास सड़क किनारे खड़े एक भारी भरकम ट्रक से उनकी तेज रफ्तार मोटरसाइकिल जा भिड़ी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।एक ही दिन में माँ और बेटे के साथ-साथ बेटे के मित्र की अचानक हुई मौत ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी। गाँव में मातम और लोगों में आक्रोश
अरईबंद गाँव में सुबह से लेकर रात तक लगातार हुई मौतों ने मातम और सन्नाटे का माहौल पैदा कर दिया है। पूरे गाँव में सिर्फ चीख-पुकार और रोने की आवाजें गूंज रही हैं। परिजन बदहवास हैं और ग्रामीण एक-दूसरे को ढांढस बंधाते नहीं थक रहे।
स्थानीय लोगों में सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों को लेकर आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे ट्रक बिना चेतावनी और बिना रिफ्लेक्टिव मार्किंग के सड़क के साइड में खड़े रहते हैं, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं होती हैं।
पुलिस जांच में जुटी, सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
तखतपुर पुलिस ने दोनों दुर्घटनाओं के मामलों में जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल का मुआयना कर ट्रक चालक और मालिक की जानकारी जुटाई जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद तीनों शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।यह दर्दनाक घटना सड़क सुरक्षा, ओवरलोड वाहनों और बिना संकेत खड़े ट्रकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की आवश्यकता को फिर से उजागर करती है। एक परिवार की तीन जानें चली गईं, लेकिन यह चेतावनी क्षेत्र के हर व्यक्ति के लिए है कि लापरवाही के चलते कैसे काल परिवार की खुशियों को एक पल में मातम में बदला देता है ।