वरिष्ठ पत्रकार टेकचंद कारडा की कलम से
डेस्क खबर बिलासपुर तखतपुर: गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर के द्वारा निकाले गए जुलूस में एक बड़ी चूक देखने को मिली, जब एक छात्र पूरे नगर भ्रमण के दौरान हाथ में उल्टा तिरंगा झंडा लहराता रहा। हैरानी की बात यह है कि जुलूस में शामिल शिक्षकों और आयोजकों ने इस गंभीर गलती पर ध्यान नहीं दिया।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 26 जनवरी को स्कूल द्वारा नगर में जुलूस निकाला गया, जिसमें स्कूल के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जुलूस में बच्चों के हाथों में तिरंगा झंडा दिया गया था, लेकिन एक छात्र का झंडा उल्टा था। पूरे कार्यक्रम के दौरान यह गलती नजरअंदाज की गई।
इस घटना की जानकारी मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कामेश्वर बैरागी ने कहा कि यह गंभीर मामला है और इसकी जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। तिरंगे का सम्मान देश की गरिमा का प्रतीक है, और ऐसी लापरवाही से राष्ट्रीय भावना आहत होती है।
इस घटना ने शिक्षकों और आयोजकों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जो बच्चों को देशभक्ति का सही संदेश देने के लिए जिम्मेदार हैं। अब देखना होगा तिरंगे का सड़क में खुलेआम अपमान करने वालों के खिलाफ प्रशासन क्या कार्रवाई प्रता है ..?