डेस्क खबरबिलासपुर

हाथियों के दल की मस्ती का अद्भुत नजारा: ड्रोन वीडियो से कैद हुई अनोखी छवि कर रही मंत्रमुग्ध।
वही ATR मे हो रही अधिकारियों की लापरवाही से हाथियों की मौत.?…
जंगल मे राज अधिकारियों का ! बदनाम हो रही सरकार.!

डेस्क खबर./ बिलासपुर संभाग के दो वन परि क्षेत्रों से हाथियों के बारे मे अलग अलग खबर से चर्चा का विषय बना हुआ है  यगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल के लैलूंगा परिक्षेत्र के आमापाली बीट में हाथियों के एक दल का नहाते और मस्ती करते हुए ड्रोन वीडियो सामने आया है। यह वीडियो एक अद्भुत नजारा प्रस्तुत करता है, जिसमें 29 हाथियों का झुंड एक मिट्टी के बांध पर एक साथ पानी में खेलते हुए दिखाई दे रहा है। यह दृश्य वन विभाग के ड्रोन कैमरे द्वारा कैद किया गया है। वीडियो में नर, मादा और शावक सभी शामिल हैं, जो खुशी से पानी में तैरते और एक-दूसरे के साथ खेलते नजर आ रहे हैं। यह घटना जंगल में बने बांध पर हुई, जहां हाथी अक्सर पानी पीने और खेलने के लिए आते हैं। ऐसे दृश्य वन्यजीवों के प्राकृतिक व्यवहार को दर्शाते हैं और प्रकृति के प्रति मानव की जिम्मेदारी को भी रेखांकित करते हैं।

वन विभाग ने इस खूबसूरत पल को कैद करने के लिए अपनी सराहना की है और लोगों से अपील की है कि वे जंगल की ओर न जाएं। हाथियों की सुरक्षा और वन्यजीवों के जीवन को खतरे में डालने से बचने के लिए यह आवश्यक है कि हम सतर्क रहें। इस वीडियो ने न केवल हाथियों की सुंदरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि कैसे इन जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रखना चाहिए।

वही इसके विपरीत आई ATR मे हाथियों कि लगातार मौत के बाद अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई थी जहाँ अधिकारियों को हाथी का शव करीब एक हफ्ते जंगल मे मृत अवस्था मे पड़ा रहा , पर अधिकारियो को भनक तक नही लगी इतना ही नही हाथी की संदिग्ध अवस्था मे मिला था उसके शरीर पर गहरे घाव के निशान मिलने और करंट द्वारा शिकार की आ शंका भी जताई जा रही हैं। उसके बाद भी अधिकारियों द्वारा शव को कर्मचारियों के हवाले छोड़ देना उनके जंगल और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति जबाबदेही को साफ दर्शा रहा हैं।
फिलहाल यही कहा जा रहा है कि सरकार बदल गई है पर जंगल और जंगल मे रहने वाले वन जीवो के हालात जस के तस बने हुए है और आज भी भृस्ट अधिकारी जंगल की सुरक्षा के नाम पर लाखों करोडो का भृस्टाचार कर रहे है ..तमाम शिकायतों के बाद भी सरकार द्वारा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होने से  यह बात सच साबित होती नजर आ रही है कि जगल मे अधिकारियों का राज चलता हैं सरकार का नही..???

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