डेस्क खबरमुंगेली

यूपी से ब्राउन शुगर के मुख्य सरगना गुरुजी गिरफ्तार, ….’गुरुजी प्रणाम’ कोडवर्ड से होती थी नशे की डील..
गुरुजी का आशीर्वाद से मिलता था सफेद जहर .!
छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी कार्यवाही से मचा हड़कंप ..!



मुंगेली, छत्तीसगढ़: पुलिस ने ब्राउन शुगर तस्करी के मुख्य सरगना प्रमोद शर्मा उर्फ पप्पू महाराज को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया है। प्रमोद शर्मा, जिसे नशे के कारोबार में “गुरुजी” के नाम से जाना जाता था, ने छत्तीसगढ़ और आसपास के कई जिलों में ब्राउन शुगर का व्यापार फैलाया हुआ था। यह कार्रवाई मुंगेली पुलिस के नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत की गई। इस गिरफ्तारी के साथ ही नशे के कारोबार में लिप्त एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है।

ब्राउन शुगर तस्करी में ‘गुरुजी प्रणाम’ कोडवर्ड का इस्तेमाल

पुलिस के मुताबिक, प्रमोद शर्मा का गिरोह एक संगठित तरीके से ब्राउन शुगर की तस्करी करता था। उनके गिरोह में ग्राहकों के साथ डील करने के लिए ‘गुरुजी प्रणाम’ कोडवर्ड का इस्तेमाल किया जाता था। तस्करी की डील तभी होती थी जब ग्राहक इस कोडवर्ड का इस्तेमाल करता। प्रमोद शर्मा की गिरोह में इतनी सख्ती थी कि कोई भी नया ग्राहक बिना इस कोडवर्ड का प्रयोग किए हुए सामान नहीं खरीद सकता था।

मुंगेली पुलिस का नशे के खिलाफ अभियान

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नशे के खिलाफ सख्त निर्देश दिए जाने के बाद मुंगेली पुलिस ने सूखे नशे (ब्राउन शुगर) के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। यह पहली बार था जब जिले में इतनी बड़ी मात्रा में ब्राउन शुगर की तस्करी पकड़ी गई। पिछले दिनों, 13 अक्टूबर को पुलिस ने एक सफेद अर्टिगा गाड़ी से पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 40 ग्राम अवैध ब्राउन शुगर बरामद हुई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि उक्त व्यक्ति उत्तर प्रदेश के बनारस से ब्राउन शुगर लेकर आ रहे थे।



इस बरामदगी के बाद जब आरोपियों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने मुख्य सरगना के रूप में प्रमोद शर्मा उर्फ पप्पू महाराज का नाम बताया। इस जानकारी के बाद, मुंगेली पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देशन में एक टीम गठित की गई और निरीक्षक संजय सिंह राजपूत की अगुवाई में पुलिस टीम उत्तर प्रदेश रवाना हुई।

गिरफ्तारी और पूछताछ में खुलासा

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के लोधीपुर इलाके में पुलिस ने छापा मारकर प्रमोद शर्मा को गिरफ्तार किया। 64 वर्षीय प्रमोद शर्मा ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वह कई वर्षों से छत्तीसगढ़ और अन्य जिलों में ब्राउन शुगर की तस्करी का संचालन कर रहा था। उसने यह भी बताया कि उसकी तस्करी के काम में और भी कई लोग शामिल थे, और वह ‘गुरुजी प्रणाम’ कोडवर्ड के जरिए ग्राहकों के साथ कारोबार करता था। पुलिस को यह जानकारी भी मिली कि प्रमोद शर्मा का नेटवर्क काफी बड़ा और गहरा था, जो विभिन्न जिलों में फैला हुआ था।

आगे की जांच जारी

प्रमोद शर्मा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हालांकि, पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और उनके ठिकानों की भी जांच कर रही है। मुंगेली पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ब्राउन शुगर की सप्लाई की पूरी चेन क्या है और किन जिलों में यह नेटवर्क फैला हुआ है।

पुलिस का सख्त रुख

छत्तीसगढ़ में सूखे नशे के खिलाफ पुलिस की इस सफलता के बाद, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने स्पष्ट किया कि नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस का यह अभियान जारी रहेगा। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि अगर उन्हें कहीं नशे का अवैध कारोबार होता हुआ दिखाई दे, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस को यह विश्वास है कि इस अभियान के तहत और भी बड़े तस्कर गिरफ्तार किए जाएंगे, जिससे नशे का यह नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त किया जा सकेगा।

नशे के खिलाफ जागरूकता की जरूरत

इस घटना के बाद, नशे के खिलाफ जागरूकता की भी मांग बढ़ गई है। स्थानीय लोग और समाजसेवी संगठन चाहते हैं कि पुलिस के साथ-साथ समाज भी इस गंभीर समस्या के खिलाफ एकजुट होकर काम करे। ब्राउन शुगर जैसे नशीले पदार्थों का युवा पीढ़ी पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, और इसे रोकने के लिए समाज के हर वर्ग की भागीदारी आवश्यक है।

गुरुजी उर्फ प्रमोद शर्मा की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि नशे के कारोबार में कोडवर्ड और गुप्त नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा रहा था। पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ तस्करों के खिलाफ सख्त संदेश देती है, बल्कि नशे के जाल में फंसे युवाओं को भी बचाने का एक प्रयास है।

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