बिलासपुर

50 हजार नही दिया तो दो पौवा को 15 लीटर बना दिया .?
सीसीटीवी में कैद हुई घटना.
ढाबा संचालक का आबकारी विभाग  पर गंभीर आरोप.!,


बिलासपुर –आबकारी विभाग पर फिर एक बार गंभीर आरोप लगा है..शिकायतकर्ता का आरोप है कि महज दो पौवा सफेद शराब के 15 लीटर बनाकर उसके भाई को आबकारी विभाग ने जेल भेज दिया ..ढाबा संचालक आशीष  गहलोत ने आबकारी विभाग के ऊपर 50 हजार रु नही देने पर आबकारी नीति के तहत झूठे और बड़े  केस में फंसा देने की धमकी देने का सनसनीखेज आरोप भी विभाग के इस्पेक्टरों पर लगाया है.. ढाबा मालिक का आरोप है कि आबकारी विभाग के दो इस्पेक्टर एक मुंशी और तीन रिप्लेसमेंट कर्मचारी आए और शराब बेचने का दबाव बनाते हुए 50 हजार रु की मांग करने लगे ..पैसा नहीं देने पर किचन के कर्मचारी के पास दो देशी पौवा की जब्ती भी बना ली ..लेकिन दर्ज केस में 15 लीटर का मामला बना दिया ..


इतना ही नहीं शिकायतकर्ता ने इस मामले का सीसीटीवी भी उपलब्ध करवाया है जिसमे साफ साफ देखा जा सकता है की रिस्प्लेनमेंट का कर्मचारी दुकान में बाइक से आता है और ढाबा से 2 पौवा मिलता है ..
संचालक ने .दुबे ,पांडे ,और जायसवाल के साथ और तीन सादे ड्रेस में पहुंचे रिप्लेसमेंट कर्मचारियों पर गुंडागर्दी और गाली गलौच सहित पैसा मांगने का आरोप लगाया है।।।






ढाबा संचालक पर अवैध शराब बेचने का दबाव बनाया, मना करने पर दो पौवा शराब का केस बनाने दी धमकी, रुपये भी माँगे




आरोपों  से तो यही लगता है के बिलासपुर ज़िले में आबकारी विभाग का अवैध शराब के नाम पर वसूली अभियान जारी है। हैरानी की बात यह है कि आबकारी विभाग के संदिग्ध अधिकारी के साथ शराब बेचने वाले प्लेसमेंट कंपनी का कर्मचारी आया था। जिसे कार्रवाई करने का कोई अधिकार ही नहीं होता है  जिसकी पुष्टि खुद जिला आबकारी अधिकारी ने की है


ढाबा संचालक ने यह भी आरोप लगाया कि उसके भाई को बीच सड़क से उठाकर ले गए है। उन्होंने यह भी बताया कि दो दिन पहले भी आबकारी विभाग की टीम ने ढाबा में छापेमारी की थी। और जब उन्हें शराब नहीं मिला तो ढाबा संचालक को धमकाते हुए 25 हज़ार रुपये की माँग की गई थी। आज ढाबा में काम करने वाले मज़दूरों के लिए लाए गए सिर्फ़ दो पौवा शराब को ज़ब्त कर ले गये। और दो पौवा शराब को दो पेटी दिखाने की धमकी दी गई है।


ढाबा संचालक ने बिलासपुर कलेक्टर एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने आबकारी अमले पर ढाबा में अवैध शराब बिक्री करने का दबाव बनाने का सनसनीख़ेज़ आरोप लगाया है। इधर अवैध उगाही की बात सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। और किसी तरह मामले को रफ़ा दफ़ा करने की कोशिश जारी भी थी लेकिन मीडिया द्वारा हस्तक्षेप के बाद आबकारी अधिकारियों द्वारा फंसाने का आरोप ढाबा संचालक ने लगाया है वही इस मामले में आबकारी विभाग के अधिकारी का पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया लेकिन मुकेश पांडे ने फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा ..
अब देखना होगा कि सीसीटीवी की जांच और मोबाइल काल डिटेल की जांच कर कब तक होती है और आबकारी विभाग की इस मामले में क्या सफाई आती है .

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