छत्तीसगढ़बिलासपुर

आधा दर्जन से ज्यादा होनहार पुलिस अफसर फिर भी जांच अधूरी..! जालसाज बिल्डर दम्पति और बैंक अधिकारी क़ब होंगे गिरफ्तार..? सुचना के अधिकार मे हर सवाल का जबाब.?

बिलासपुर।तमाम प्रमाणित दस्तावेज मौजूद होने के बिल्डर दम्पति और सेंट बैंक के अधिकारियों को बचाने के लिए पुलिस विभाग हर असम्भव प्रयास करता नजर आ रहा है…प्राथियो से मिली जानकारी के अनुसार बिल्डर राजेश सेठ और बैंक कर्मियों की मिलीभगत के चलते उनसे धोखाधड़ी की गई… पीड़ितों का आरोप है कि
बिल्डर राजेश सेठ ने फर्जी कूटरचना दस्तावेज तैयार करवा कर सेंट बैंक अधिकारियों से सांठगांठ कर उनके साथ धोखाधड़ी की है.. इस मामले में तार बाहर पुलिस ने आरोपी राजेश सेठ को गिरफ्तार भी किया था… लेकिन तमाम दस्तावेजों में बैंक अधिकारियों की मिलीभगत के पुख्ता सबूत होने के बावजूद पुलिस अधिकारी बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार करने में कोई दिलचस्पी दिखाई देते नजर नहीं आ रहे हैं…. बैंक अधिकारी आराम से अपनी नौकरी फरमा रहे हैं वही पीड़ित लगातार अधिकारियों के चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं..

पीड़ितों का कहना है उनके पास हर वह पुख्ता दस्तावेज मौजूद है जो साफ-साफ इंगित करते हैं कि सेंट बैंक के अधिकारी और कर्मचारी बिल्डर के साथ मिलकर पीड़ितों के साथ धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया है

पीड़ितों ने इस मामले में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी भी हासिल की है जिसमें साफ-साफ तत्कालिक नगर पुलिस अधीक्षक ने अपनी पूरी जांच के बाद बैंक कर्मचारियों और और जालसाज बिल्डर रजनी पर और राजेश सेठ के खिलाफ गंभीर धाराओं के खिलाफ तहत मामला दर्ज करने की अनुशंसा भी की है…ऐसा सूचना के अधिकार मे जवाब के रूप में प्रार्थी को उपलब्ध करवाया गया है..22 जुलाई 2022 दिनांक मे नगर पुलिस अधीक्षक अपराध क्रमांक 269/2021 के संदर्भ में आरोपियों के खिलाफ धारा 420 24 के अलावा गंभीर धारा 467,468, 471 और 120 बी जुड़े होने की जानकारी लिखी है और जल्दी विवेचना पूर्व चालान प्रस्तुत करने का भी आश्वासन दिया है

पीड़ित पक्ष को 19:11 2022 को सूचना के अधिकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसी अपराध क्रमांक 269 / 21 मैं जानकारी दी गई है कि राजेश सेठ, रजनी सेठ,अपर्णा विश्वास, और शशि भूषण कर्णा चारों की उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत हो चुकी है… जबकि एक आरोपी नितिन निगम अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और पुलिस अपने रिकॉर्ड में उसको फरार बता रही है….

जहा जहां एक तरफ पुलिस आरोपियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है अपराधियों को चक्कर लगवाने के लिए मजबूर कर गलत जानकारी कर गुमराह कर रही है वहीं पुलिस से मिले दस्तावेज साफ-साफ पूरी जांच होने का हवाला देते भी देते नजर आ रहे हैं बावजूद पुलिस अभी तक कोई एक्शन में नजर नहीं आ रही और ना ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है… हमारी जांच में भी पता चला है कि अपराधिक प्रकरण में गंभीर धाराओं के जुड़ने के बाद भी बैंक के अधिकारी बिना किसी भय के बड़े मजे से आफिस मे कार्य कर रहे है.. वही प्रार्थी अफसरों के दरबाजो पर दस्तक लगाकर आरोपियों कि गिरफ्तारी कि मांग कर रहे है… लेकिन अधिकारी प्रकरण मे जांच कि बात कह कर मामले कि लीपापोती मे जुटे हुए है..

हमारी तहकीकात और इस केस से जुड़े मिले अहम् दसातवेज भी बता रहे है कि बिल्डर दम्पति को ठगी करने मे सेंट बैंक के अधिकारी भी पूरी तरह से शामिल है.. और पुलिस के अधिकारियो के पास भी तमाम दस्तावेज मौजूद है…l

अब देखना होगा कि पुलिस रिकार्ड मे फरार आरोपियों नितिन निगम कि गिरिफ्तारी क़ब तक करती है और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तारबाहर थाने मे 10 अप्रैल 2022 के रोजनामचा मे दर्ज गंभीर धारावो मे दर्ज प्रकरण मे क़ब तक कार्यवाही करती है…?

वही इस मामले मे हमने जब अधिकारियों से सच पता लगाने का प्रयास किया तो अधिकारियो का हिल हवाला वाला रवैया नजर आया…

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