बिलासपुर के विकास में अहम योगदान देने वाली वीना वर्मा अब स्मृतियों में रहेंगी जिंदा….


डंका राम डेस्क खबर/
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ से तीन बार राज्यसभा सांसद रही वीणा वर्मा का सुबह इलाज के दौरान 6 फरवरी को दिल्ली में निधन हो गया.. उनका निधन दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में हुआ.. उनका दिल्ली में ही अंतिम संस्कार किया गया ..छत्तीसगढ़ के दूसरे बड़े शहर बिलासपुर के विकास में वीणा वर्मा व उनके परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.. बिलासपुर से उनका विशेष लग रहा है….

वीणा वर्मा का जन्म 1 सितंबर 1941 में हुआ था…उनका विवाह बिलासपुर के तिलक नगर में रहने वाले श्रीकांत वर्मा के साथ 1967 में हुआ… उनके पति साहित्यकार श्रीकांत वर्मा ने साहित्य के क्षेत्र में बिलासपुर को नया नाम दिया था… उन्होंने बीडीए का भी गठन किया था…श्रीकांत वर्मा का सपना था कि बिलासपुर का चहूंमुखी विकास हो… उनके प्रयासों से बिलासपुर में त्रिवेणी सभा भवन व्यापार विहार के साथ ही अपने पिता राज किशोर वर्मा के नाम से मोपका– लिंगियाडीह में राज किशोर नगर बसाया….
श्रीकांत वर्मा की पत्नी वीणा वर्मा 1986 से 2000 तक लगातार तीन बार राज्यसभा सांसद चुनी गई… उन्होंने राजभाषा पर संसद की समिति के उपाध्यक्ष और अखिल भारतीय महिला कांग्रेस विश्व मामलों की भारतीय उपाध्यक्ष के रूप में काम किया….. इंदिरा गांधी के करीबियों में शुमार वीणा वर्मा दिल्ली में भी बेहद प्रभावशाली रही थी… बिलासपुर के विकास के लिए लगातार प्रयास करने वाली वीणा वर्मा ने अपनी सांसद निधि का अधिकतम प्रयोग बिलासपुर के लिए किया था….
*दिल्ली में किया गया अंतिम संस्कार*

6 फरवरी को सुबह 3:14 में मैक्स अस्पताल दिल्ली में उनका निधन हुआ। उनके बेटे अभिषेक, पुत्रवधू अंका और पौत्री निकोल उनके साथ थे… दिल्ली में कल उनका अंतिम संस्कार किया गया….
न्यायधानी की जन नायिका अब बिलासपुर वासियों की स्मृतियों में रहेंगी…. उनके योगदान को बिलासपुरवासी हमेशा याद रखेंगे… डंका राम टीम की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि…
ॐ शांति……..

