छत्तीसगढ़बिलासपुर

वेब सीरीज के नए वीडियो में पुलिस-बदमाश में कम्पटीशन ?
तंग गलियों में पुलिस ने की बाइक पेट्रोलिंग ..!
आदतन बदमाश ने किया तिफरा ब्रिज में डांस ..!
मामूली धाराओं में मामला दर्ज पुलिस ने दिया बर्थ डे गिफ्ट ..?

बिलासपुर।प्रदेश के न्यायधानी का वीआईपी थाना कहलाने वाला सिविल लाइन थाना मुख्यमंत्री के आगमन होते ही सुर्खियों में आ जाता है या ये कहे ही इतनी तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आदतन बदमाश पुलिस को खुलेआम चुनौती देते साफ साफ नजर आते है । चाहे तालापारा में नाबालिक की हत्या का मामला हो या फिर राजधानी और न्यायधानी को जोड़ने वाले तिफरा फ्लाई ओवर ब्रिज पर घण्टो हुड़दंग मचाने वाले मुख्य सरगना सिविल लाइन पुलिस की गिरफ्त से बाहर ही रहते है खैर वीआईपी थाना में माननीयो का आना जाना लगा रहता हूं इसलिए थानेदार की अपनी मजबूरी रहती है कि पहले वीआईपी डियूटी करे या फिर एक आदतन बदमाश को ?

एक तरफ जहां बदमाशो पर नजर रखने के लिए बिलासपुर की कप्तान साहिबा ने बाइक पेट्रोलिंग की टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तो दूसरी ओर आदतन बदमाश नवीन तिवारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बीच पुल पर जमकर डांस कर पुलिस को सीधे चेलेंज किया । बिलासपुर,तिफरा ओवर ब्रिज में एक दर्जन से अधिक लोगों का हुड़दंग के वीडियो वायरल होता रहा और सिविल लाइन ,पुलिस को भनक तक नही लग पाई । इस वीडियो में आदतन बदमाश नवीन तिवारी सब पर भारी नजर आ रहा है । पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नवीन तिवारी निगरानी शुदा बदमाश है और इस के खिलाफ जिला बदर के लिए भी प्रतिवेदन दिया गया है ।

लेकिन सवाल खड़ा हो गया है कि निगरानी शुदा बदमाश प्रदेश के मुखिया के आगमन के समय इस तरह देर रात अपने साथियो के साथ ब्रिज पर तांडव मचाता रहा और सिविल पुलिस को भनक तक नही लगी ? ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि की बीआईपी थाना निगरानी शुदा बदमाशो पर कितिनि पैनी नजर रखता है ।
इससे पहले भी मुख्यमन्त्री के बिलासपुर प्रवास के दौरान तालापारा में नाबालिक की हत्या का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और इस मामले में भी खबर लिखने तक पुलिस के हाथ खाली ही है ।
लेकिन प्रदेश के मुखिया के आगमन के समय हुई घटानाओं के कारण सिविल लाइन पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्रचिन्ह लग रहे है कि आखिर इतनी गंभीर चूक सिविल लाइन इलाके में ही क्यो होती है ?

वही एक निगरानी शुदा बदमाश के खिलाफ जिस तरह मामूली धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है उससे भी बाजारों और पुलिस महकमो के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि जब यही सिविल लाइन पुलिस बीच सड़क पर केक काटने वालो के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही कर सकती है तो निगरानी शुदा बदमाश के खिलाफ मामूली धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के पीछे आखिर क्या मजबूरी थी ..? इसका जबाब तो थाना प्रभारी साहब ही बेहतर दे सकते है लेकिन साहब अभी मुख्यमंत्री जी की सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तेद है इसलिए इस सवाल का जबाब अभी तक नही मिल सका है । अभी तक पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अधिकांश आरोपियों की शिनाख्त हो गई है और मामले की विवेचना जारी है और अधिकारियों के निर्दर्श के बाद और मामले में और भी गंभीर धाराओं को जोड़ा जा सकता है ।

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