पुलिस के लिए कारगर बिलासपुर का दिव्यांग ..!
बिलासपुर के युवा में है अद्भुत सायबर ज्ञान ..
साझा किए फ्राड से बचने के तरीके ..!
केन्द्र और राज्य सरकार से मदद की आस ..?


तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुरु के डाटा साइंटिस्ट, साइबर सिक्योरिटी में स्वर्ण पदक विजेता शुभम् राकेश तिवारी ने बताया पंचन बोटनेट, ब्लैककैट रैंसमवेयर, सोवा एंड्रॉयड ट्रोजन एस्कोबार एंड्रॉयड ट्रोजन से सुरक्षा के तरीके ।
बिलासपुर– हमने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साइबर सुरक्षा अभियान में सजग ग्राम पंचायत मुरु के शुभम् राकेश तिवारी (बिट्टू तिवारी) से बात किया जो कि डाटा साइंटिस्ट की पढ़ाई कर रहे और साइबर सिक्योरिटी में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है । यह साइबर सुरक्षा और साइबर ज्ञान बढाने में केंद्र सरकार का अथक सहयोग में लगे है । दिव्यांग होकर भी इन्होंने अभी तक किसी सरकारी मुफ्त योजना का लाभ नही लिया है । अपने काबिलियत से अपनी पहचान बनाने में लगे है ।
इन्होंने हमे बताया
क्या है वायरस ?
वायरस असल में एक अपराधिक सोच है जिसमे किसी को नुकसान पहुंचा कर अपना फायदा निकालने के लिए तकनीकी उपकरणों का दुरुपयोग करना है ।
वायरस सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन क्या है ।
वायरस सॉफ्टवेयर का इतिहास बहुत पुराना है । जब भी कोई तकनीकी समाज में शिक्षा सहयोगी बनता है, तो उसे बर्बाद करने या डर बिठाने के लिए बनाया गया प्रोग्राम है । जो मानव समाज को शारीरिक नही अपितु आर्थिक और मानसिक रूप से कमजोर बनाने के लिए बनाया गया है । वर्तमान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरक्की के साथ कुछ नए अपराध ने जन्म लिया है । तकनीकी अपराध करने वालो को हैकर कह दिया जाता है, और इसके कार्य को साइबर क्राइम । असल में साइबर क्राइम बस तरीका है । ज्ञानवान मनुष्य को मानसिक दबाव पहुंचाने का ।

इससे कैसे बचा जा सकता है ?
इससे बचने के लिए सबसे पहले आपको तकनीकी क्षेत्र में शिक्षित होना पड़ेगा । स्वयं को और अपने परिवार को तकनीकी , विज्ञान, निर्माण, विध्वंस और सुरक्षा के संबंध में शिक्षित करना पड़ेगा ।
इसके अलावा कुछ और उपाय है ।
- फ्री सॉफ्टवेयर/ एप्लीकेशन से बचे । यदि आवश्यक हो तो उसका प्रीमियम वर्सन खरीद कर उपयोग करे ।
- फ्री एप्लीकेशन उपयोग होने के बाद अनइंस्टॉल कर दे । अब इतना नेट बैलेंस मिलता है । की पुनः आवश्यकता पड़ने पर डाउनलोड किया जा सकता है ।
- सी डेक और साइबर स्वच्छता के वेबसाइट में उपलब्ध सॉफ्टवेयर और शिक्षण का उपयोग कर सकते है।
- M kavach भारत सरकार द्वारा प्रमाणित मुफ्त एंटीवायरस है । इसका उपयोग कर सकते है ।
- अपने मोबाइल और कंप्यूटर में प्रीमियम एंटीवायरस रखे और समय समय पर अपडेट करते रहे । डेमो एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नही करे ।
- भारत सरकार डिजिटल इंडिया प्रोग्राममें साइबर सिक्योरिटी से जुड़े । कंप्यूटर और मोबाइल सुरक्षा का ज्ञान ले । पुलिस विभाग द्वारा चलाए गए तकनीकी अभियान से शिक्षा ले ।
- किसी भी के साथ साइबर क्राइम हुआ है तो Cybercrime.gov.in में शिकायत करे । साइबर दोस्त और साइबर रक्षक आपके सहयोग में तत्पर रहते है ।
- अपने बच्चो को सामान्य कंप्यूटर के साथ साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई अवश्य करवाए ।
अंतिम सवाल ।
आप मुफ्त में साइबर सिक्योरिटी क्यों पढ़ाना चाहते है ।
शिक्षा ऐसा धन है जिसे बांटना चाहिए । इससे यह बढ़ता है। इसका व्यापार सही नही । मैने जिला न्यायाधीश महोदय जी से आग्रह किया है कि फरवरी के बाद मुझे 5 स्कूल में पढ़ाने का मौका दे । अब देखते है आगे भगवान की मर्जी ।
मैं आपका हृदय से धन्यवाद करता हूं आपने मुझे इस लायक समझा । आपके समाचार पत्र का और आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
आशा करते है आपका सपना पूरा हो और आपको सभी प्रकार के सहयोग मिले ।