डेस्क खबरबिलासपुर

SP ने मानी लापरवाही, कोनी टीआई को फटकार लगाकर किया सस्पेंड !
थाना प्रभारी नवीन देवांगन की घोर लापरवाही के चलते कोर्ट से आरोपियों को मिली राहत.!
सरकारी फोन नही उठाने वाले थानेदार खबर छापने के बाद अधिकारियों के सामने पत्रकारों को करते थे बदनाम..??




डेस्क खबर बिलासपुर../ बिलासपुर जिले के कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन को पुलिस कप्तान रजनेश सिंह की रिपोर्ट पर बिलासपुर रेंजआई जी ने सस्पेंड कर दिया है। कोनी थाना क्षेत्र मे पुलिसिया संरक्षण मे चल रहे गैरकानूनी गतिविधियों की लगातार खबरे भी सामने आ रही थी। इसी दौरान कोनी थाना अंतर्गत ग्राम लोफन्दी मे जहरीली शराब के कारण 9 ग्रामीणों की मौत का मामला भी सामने आया था । इस मामले मे बिलासपुर कप्तान ने विवेचना मे लापरवाही बरतने पर कुछ विवेचको पर भी 500 –500 रु का अर्धदंड भी लगाया है। जबकि बिलासपुर आई जी ने टी आई को सस्पेंड कर दिया है


कोनी थाना क्षेत्र मे शराब से हुई मौतों के आरोप के बाद बिलासपुर एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अवैध रूप से कच्ची और सरकार शराब बेचने वालो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का सख्त फरमान जारी किया था। अपने कप्तान से मिले आदेश के बाद पुलिस ने अवैध रूप से शराब बेचने वालो के खिलाफ ताबडतोड़ कार्यवाही करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।


कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन ने इस पूरे मामले मे घोर लापरवाही बरती और आरोपियों को  जमानत दिलवाने के लिए आरोपियों के पुराने मामलों से कोर्ट को अंजान रखा। जिसका लाभ आरोपियों को मिला और अदालत से सभी आरोपियों को जमानत भी मिल गई। एसपी रजनेश सिंह ने इस मामले मे नाराजगी जाहिर करते  कोनी थाना प्रभारी को जमकर फटकार लगाई और पूरे मामले की रिपोर्ट आईजी को सौपी जिसके बाद आईजी ने टी आई नवीन देवांगन को घोर लापरवाही के चलते सस्पेंड कर दिया है।


गौरतलब है की कोनी थाना क्षेत्र मे जुए ,कबाड़ , रेत और अवैध शराब का गैरकानूनी  कारोबार चरम सीमा पर चल रहा है जानकारी होने के बाद भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नही कर रही थी। ग्राम लोफंदी मे जहरीली शराब के चलते हुई 9 मौतों के बाद ग्रामीणों ने भी पुलिस विभाग और आबकारी विभाग पर अवैध जहरीली शराब बिकवाने के लिए पैसे लेने के गंभीर आरोप भी लगाए थे। जिसके वीडियो भी सामने आये थे।
आरोपियों के साथ मिलीभगत कर क्षेत्र मे अवैध गतिविधियों को संरक्षण देकर गैरकानूनी कामो को बढ़ावा देने वाले टीआई नवीन देवांगन मीडिया के खुलासे के बाद निष्पक्ष खबर छापने वाले पत्रकारों को अधिकारियों के सामने बदनाम करने की साजिश करते थे और पत्रकारों पर पैसा मांगने के झूठे आरोप लगाते थे । इतना ही नही पब्लिक के टैक्स से वेतन पाने वाले निलबित टीआई  पर सरकारी फोन नही उठाने की शिकायत भी पत्रकार पुलिस कप्तान से कर चुके है लेकिन उसके बाद भी उनके बर्ताव मे कोई सुधार देखने को नही मिल रहा था। बताया जा रहा है की सरकारी फोन नही उठाने वाले कला उन्होंने अपने एक उच्च अधिकारी से सीखी हुई थी जो पुलिस के खिलाफ खबर छापने वाले पत्रकारों को पुलिस ग्रुप से रिमूव कर अपने पावर और वर्दी का गुणगान करते अक्सर नजर आते है 


वही एक वकील ने अभी नाम ना छापने की शर्त मे दावा किया है कि दुष्कर्म के एक मामले मे थानेदार ने 3 लाख रु का लेनदेन किया था जिसके पुख्ता सबूत उसके पास है और कुछ दिनों बाद अदालत मे इसका खुलासा करेगे।

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