62 केस के 292 अपराधियों को पकड़ने वाले टाइगर रिजर्व के रिटायर्ड सिम्बा की मौत गंभीर अपराधों में सिम्बा ने पुलिस को पहुंचाई थी मदद..।
बिलासपुर। वन और मानव अपराध करने वाले आरोपियों को जेल तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सिम्बा की मौत हो गई। सिम्बा अचानकमार टाइगर रिजर्व से रिटार्यड हो गया था। एटीआर प्रबंधन का कहना है कि सिम्बा उम्रदराज हो चुका था। इस कारण उसकी प्राकृतिक मौत हुई है।
सोमवार सुबह 6.40 बजे अचानकमार टाईगर रिजर्व के श्वान “सिम्बा” का उम्रदराज होने से प्राकृतिक मौत हो गई, जिसका अंतिम संस्कार अचानकमार टाईगर रिजर्व के इंटरप्रिटिशन सेंटर शिवतराई में अधिकारियों व कर्मचारियों के उपस्थिति में किया गया। श्वान ‘सिम्बा’ की प्रजाति बेल्जियम मेलेनाईस थी। श्वान ‘सिम्बा’ का जन्म 30 जनवरी .2015 को हुआ था। सिम्बा नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग्स बीएसएफ टेकनपुर ग्वालियर मध्यप्रदेश से 10 माह का ट्रेनिंग प्राप्त किया था। अचानकमार टाईगर रिजर्व में 18 सितंबर .2017 से अपराधियों को पकड़ने में सिम्बा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सिम्बा के द्वारा एटीआर अन्तर्गत वन्यप्राणियों के शिकार एवं अन्य अपराधिक प्रकरणों में अन्वेषण से संबंधित 62 प्रकरण में 292 अपराधियों को एवं पुलिस विभाग के 10 चोरी, अंधे कत्ल, एवं अपहरण जैसे 13 प्रकरण में अपराधियों को गिरफ्तार करने में विशेष योगदान रहा। सिम्बा का रिटायरमेंट अप्रैल 2023 में हो गया था, परन्तु एटीआर के फिल्ड डायरेक्टर मनोज पाण्डेय एवं उप संचालक यूआर गणेश के द्वारा रिटायरमेन्ट उपरान्त अंतिम सांस तक देखभाल हेतु निर्देश प्राप्त थे, जिसके तारतम्य में एटीआर प्रबंधन के द्वारा सिम्बा का विशेष देखभाल उनके परिचारक सुरेश कुमार नवरंग, वनरक्षक द्वारा की जा रही थी। सिम्बा की मौत पर एटीआर प्रबंधन के समस्त अधिकारियो व कर्मचारियों द्वारा गहरी संवेदना ब्यक्त किया गया।