

डेस्क खबर बिलासपुर ../ शासकीय राशन की कालाबाजारी करने वाले चावल चोरों पर बिलासपुर खाद्य विभाग मेहरबान नजर आ रहा है । खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर के पास चावल विक्रेता संघ अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय के खिलाफ विभागीय जांच की पुख्ता जांच रिपोर्ट मौजूद होने के बाद भी ऋषि ऋषि उपाध्याय को संरक्षण देने का काम किया जा रहा है । विक्रेता संघ का अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय सरकारी चावल की हेरा फेरी करते कमरे में कैद हो गया है कलेक्टर के आदेश के बाद खाद्य विभाग द्वारा किए गए जांच में शासकीय राशन वितरण में अनियमितता करने वाले ऋषि उपाध्याय उसकी पत्नी सत्य शीला उपाध्याय और महिला सचिव पुष्पा दीक्षित पर गरीबों का राशन गबन करने का आरोप जांच में प्रमाणित भी हुआ है।
महिला समूह की दुकान में बैठकर सरकारी चावल बेचने वाले अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय पर खाद्य विभाग ने मेहरबान नजर आ रहा है । महिला समूह की दुकान में ऋषि उपाध्याय द्वारा राशन के बदले नगद पैसा देने का वीडियो वायरल होने के बाद बिलासपुर के तत्कालीन कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश के बाद जांच में पहुंचे खाद्य विभाग के अधिकारि अनुराग भदौरिया, अजय मौर्य श्याम वस्त्रकार ने भी अपनी जांच रिपोर्ट में नमक, शक्कर और चावल में गड़बड़ी की पुष्टि की है जांच टीम ने ऋषि उपाध्याय, सत्यशीला उपाध्याय और सचिव पुष्पा दीक्षित के इस कृत्य को दंडनीय अपराध मानते हुए आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के तहत अपराध दर्ज करने की अनुशंसा भी की हुई है। हितग्राही को चावल के बदले पैसे लेते हुए एक वीडियो वायरल होने के बाद खाद्य विभाग ने संबंधित उचित मूल्य दुकान पर कारर्वाई की है। मामले लेकिन अभी तक अध्यक्ष सचिव और विक्रेता संघ अध्यक्ष के खिलाफ अभी तक मामला दर्ज नहीं करवाया गया है।


जबकि पड़ोसी जिले के जांजगीर और कोरिया जिले की पुलिस ने सरकारी उचित दुकान में गड़बड़ी करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्वाही करते हुए उन्हें जेल दाखिल कर दिया है। जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह ब्लॉक स्थित बिर्रा रोड व कोटाडबरी में संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकानों से, नमक, शक्कर, के गबन का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद खाद्य निरीक्षक सुशील विश्वकर्मा की टीम ने निरीक्षण किया, जिसमें भारी अनियमितता और गबन सामने आया.. जिसमें गंगाबाई खांडेकर (स्व सहायता समूह अध्यक्ष), रितेश खांडेकर, रामेश्वर खांडेकर, पहले से गिरफ्तारः सोहन यादव शामिल है.. इन सभी के खिलाफ धारा 420, 409, 34 आईपीसी व आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। जबकि कोरिया जिले की पटना पुलिस ने खाद्य विभाग की अनुशंसा और शिकायत के बाद 11 लाख का खाद्यान्न घोटाला उजागर मामले में संचालक पर FIR दर्ज कर उसे जेल दाखिल कर दिया है कोरिया जिले के ग्राम तेंदुआ की शासकीय उचित मूल्य दुकान में हो रही अनियमितताओं पर खबर के बाद प्रशासन हरकत में आया। इसी के बाद खाद्य निरीक्षक और नायब तहसीलदार की संयुक्त टीम ने तीन दिन तक जांच कर करीब 11 लाख रुपये मूल्य का खाद्यान्न घोटाला पकड़ा। दुकान संचालक रमाशंकर साहू द्वारा बड़े पैमाने पर चावल और नमक के डाइवर्जन की पुष्टि होने पर कलेक्टर कार्यालय के निर्देश पर पटना थाना में FIR दर्ज की गई है।






गौरतलब है शहर के वार्ड क्रमांक 23 मदर टेरेसा नगर, मंगरापारा में जय महालक्ष्मी महिला सहायता समूह द्वारा संचालित उचित मूल्य दुकान पर चावल के बदले पैसे लेने का वीडियो बीते दिनों वायरल हुआ था, खाद्य विभाग ने इस वीडियो व शिकायत की जांच 7 जून को की थी.. जांच में अनियमितता पाए जाने पर दुकान की अध्यक्ष, सचिव और विक्रेता ऋषि उपाध्याय को कारण बताओ नोटिस 16 जून को जारी किया गया था.. हालांकि संबंधित संचालक द्वारा जवाब प्रस्तुत किया गया, लेकिन वह संतोषजनक नहीं पाया गया.. इसके बाद सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 के तहत उक्त दुकान को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया गया था । लेकिन हाईकोर्ट में ऋषि उपाध्याय द्वारा दी गई आदेश को चुनौती मे भी खाद्य विभाग ने तत्कालीन खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की जिसका फायदा ऋषि उपाध्याय को मिला ।

बिलासपुर में गड़बड़ी जोरो परः
जिले में शासकीय उचित मूल्य दुकानों के संचालकों पर राशन का गबन और वितरण में गड़बड़ी के कई मामले सामने आ चुके है, दुकानों पर लाभाथियों को राशन न देकर बाजार में बेचने की शिकायतें भी सामने आई है.. इतना ही नहीं विक्रेता संघ के अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय समेत कई दुकानदारों का तो वीडियो भी वायरल हो चुका है लेकिन उसके बाद भी विभाग द्वारा जांच रिपोर्ट दबा के रखना और मामले में अपराधिक मामला दर्ज नहीं करवाने से अधिकारियों की नियत में सवाल खड़े हो रहे है। नाम न छापने की शर्त में राशन दुकान के एक संचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि ऋषि उपाध्याय और गोविंद नायडू अपने आप को बीजेपी कार्यकर्ता बताकर विभाग में अपनी पैठ दिखाते है और ऋषि उपाध्याय का एक रिश्तेदार अधिकारी के संरक्षण में यह राशन की कालाबाजारी का खेल खुलेआम चलता है। सूत्र ने जानकारी देते हुए बताया अपनी पत्नी सचिव और अपने खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज नहीं होने देने के लिए ऋषि उपाध्याय एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। जिसको संरक्षण देने का काम बिलासपुर का खाद्य विभाग कर रहा है और छत्तीसगढ़ उच्चन्यायालय से लेकर बिलासपुर कलेक्टर तक पहुंचाने वाली जांच रिपोर्ट की फाइल दबा के रखा हुआ है ।