

डेस्क खबर रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “आज का दिन स्वर्णिम और सुखद दिन है। छत्तीसगढ़ से मेरा आत्मीय नाता रहा है, इस भूमि ने मेरे जीवन को गढ़ने में अहम भूमिका निभाई है।”
पीएम मोदी ने राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूरे होने पर इसे भारतीय गणतंत्र के अमृत वर्ष का ऐतिहासिक अवसर बताया। उन्होंने संविधान सभा में शामिल रविशंकर शुक्ल और अन्य सभी निर्माताओं को श्रद्धांजलि दी। साथ ही कहा कि “अटल जी को नमन करते हुए राज्य निर्माण का सपना साकार हो रहा है।”
नए विधानसभा भवन को उन्होंने “जन आकांक्षाओं का गौरव प्रतीक” बताते हुए कहा कि यह भवन नीति, नियति और नीतिकारों का केंद्र बनेगा। मोदी ने कहा कि “मुड़िया दरबार आदिवासी समाज की लोकतांत्रिक संसद थी, नए भवन में भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाया जाएगा।”

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “क्रिकेट में कैप्टन खिलाड़ी बनकर खेलता है, राजनीति में इसका उदाहरण डॉ. रमन सिंह हैं — कभी कैप्टन थे, आज खिलाड़ी बनकर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि “राम से राष्ट्र का निर्माण करना है, राम राज्य का अर्थ है ऐसा समाज जहाँ कोई दुखी न हो और ऊंच-नीच की भावना से सब मुक्त हों।”

मोदी ने कहा कि नागरिकों के जीवन में सरकार का अनावश्यक दखल नहीं होना चाहिए और जनहित में कानून बनें। उन्होंने गर्व जताया कि कभी नक्सलवाद से पहचाने जाने वाला छत्तीसगढ़ आज शांति और स्थायित्व का उदाहरण बन गया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आज पांच कार्यक्रमों में शामिल हुए। सुबह से उन्होंने न नाश्ता किया, न भोजन, क्योंकि वे एकादशी व्रत पर हैं। शाम छह बजे उनका दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है।
