

डेस्क ख़बर गरियाबंद। जिले के मैनपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सारनाबहाल में रविवार को एक दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। बाजार से घर लौट रही एक महिला दो सांडों की लड़ाई की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सांडो की लड़ाई का यह दृश्य राहगीर के मोबाइल कैमरे में कैद हो गया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मृतका की पहचान 35 वर्षीय पीलाबुडू के रूप में हुई है, जो सारनाबहाल के वार्ड क्रमांक छह की निवासी थी। जानकारी के अनुसार, वह दुकान से घर लौट रही थी तभी रास्ते में दो सांड आपस में भिड़े हुए थे। महिला ने स्थिति को भांपते हुए वहां से निकलने की कोशिश की, लेकिन अचानक एक सांड ने उसे दौड़ाते हुए अपनी चपेट में ले लिया और जमीन पर पटक दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला को पेट और सीने में गंभीर चोटें आई थीं। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उसे अमलीपदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि पीलाबुडू की शादी करीब सात साल पहले बिरीघाट गांव में हुई थी, लेकिन पति की आत्महत्या के बाद वह मायके लौट आई थी और वहीं रह रही थी। उसकी असमय मौत से परिवार में मातम पसरा हुआ है और गांव में शोक का माहौल है। घटना के बाद ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव और आसपास के क्षेत्रों में आवारा मवेशियों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
गांववालों ने मांग की है कि जिम्मेदार अधिकारियों और विभागों पर कार्रवाई की जाए और आवारा पशुओं की रोकथाम के लिए तत्काल प्रभाव से प्रभावी योजना बनाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं होती, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। महिला की मौत की यह घटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी सवाल खड़ा करती है कि कब तक आम जनता ऐसी खतरनाक स्थितियों की कीमत अपनी जान देकर चुकाती रहेगी।
