
डेस्क खबर बिलासपुर ../ जिले के खाद्य विभाग की उदासीनता और अनदेखी के चलते गरीबों को दिए जाने वाले राशन में हेराफेरी और कालाबाजारी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है । भौतिक सत्यापन और सुशासन तिहार में व्यस्त्त होने के कारण चावल चोरों पर कार्यवाही करने में विभाग अक्षम नजर आ रहा है । जबकि इस मामले में तत्कालीन कलेक्टर ने सरकारी राशन की हेराफेरी करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही और एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए हुए है ।सरकार द्वारा आगामी चावल तिहार के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले हितग्राहियों को जून, जुलाई और अगस्त माह का राशन एक साथ वितरित करने की तैयारी की जा रही है। लेकिन इससे पहले ही सरकारी राशन दुकानों में अनियमितताओं की तस्वीरें सामने आने लगी हैं। शहर के कुदुदण्ड क्षेत्र स्थित नर्मदा प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार के संचालक की करतूत कैमरे में कैद हो गई है। आरोप है कि अवकाश के दिन पीडीएस चावल को दुकान से निकालकर ऑटो के माध्यम से बाजार भेजा जा रहा था। जैसे ही दुकान से चावल पलटी करते हुए संचालक और कर्मचारी की नजर कैमरे पर पड़ी, उन्होंने तत्काल दरवाजा बंद कर लिया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अवकाश के दिन का लाभ उठाकर संचालक ने पहले चावल की एक खेप बाजार भेजी, और दूसरी खेप की तैयारी कर ही रहा था कि यह पूरा दृश्य कैमरे में कैद हो गया। दुकानदारी से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को दुकान में अवकाश रहता है और इस दिन राशन वितरण नहीं किया जाता है क्योंकि अवकाश के दिन पोर्टल में काम किया जाता है।

प्रशासनिक स्तर पर मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद्य विभाग के नियंत्रक अनुराग सिंह भदौरिया से संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या विभाग इस मामले में सख्त कदम उठाएगा या फिर हमेशा की तरह यह मामला भी लीपापोती की भेंट चढ़ जाएगा? या हर बार की तरह जांच टीम भेज खानापूर्ति कर दी जाएगी ।


