
डेस्क खबर रायपुर. प्रदेश की राजधानी के रेल्वे क्षेत्र में स्थित डब्ल्यू आर एस केंद्रीय विद्यालय (एक) इन दिनों बदहाल व्यवस्था का शिकार होता नजर आ रहा है। यहां बड़ी संख्या में छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। “नाम बड़े और दर्शन छोटे” की कहावत इस स्कूल पर पूरी तरह फिट बैठती है।
गर्मियों में बच्चों को पेयजल जैसी जरूरी सुविधा के लिए भी परेशान होना पड़ता है। स्कूल में पानी पीने की व्यवस्था इतनी खराब है कि बच्चों को तपती धूप में खड़े होकर पानी पीना पड़ता है। यह स्थिति तब है जब स्कूल को पीएम श्री योजना के तहत चयनित किया गया है।

स्कूल परिसर में कई जगहों पर टूटा-फूटा फर्नीचर पड़ा हुआ है, जिससे बच्चों की सुरक्षा को खतरा बना हुआ है। पढ़ाई के साथ-साथ सुरक्षित और साफ-सुथरे वातावरण की आवश्यकता होती है, लेकिन यहां इसकी पूरी तरह अनदेखी हो रही है।

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या स्कूल प्राचार्य और प्रबंधन सिर्फ वातानुकूलित कमरों में बैठने तक ही सीमित रह गए हैं? केंद्र सरकार को इस दिशा में त्वरित संज्ञान लेने की जरूरत है ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ उपयुक्त माहौल भी मिल सके।

अब देखना होगा की पीएम श्री योजना मे चयन हुए इस स्कुल की स्तिथि मे कब सुधार होता है ताकि बच्चो को बेहतर सुविधा के साथ अच्छी शिक्षा मिल सके।
