रेलवे संपति के रक्षक ही बन जाए जब भक्षक., तो कौन करेगा हिफाजत..?
रेल अफसर के रिश्तेदार कोयला कारोबारी के लिए नियम हुए तार तार..?
GM, DRM सहित सीनियर अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोप ! विभाग को हो रहा करोडो का नुकसान…..

डेस्क खबर../ बिलासपुर रेलवे जोन के अंतर्गत अनूपपुर चिरमिरी रेल खंड पर स्थित बिजुरी रेलवे स्टेशन के अंतर्गत रेलवे की खाली पड़ी वृक्षारोपण वाली जमीन पर कोयला कारोबारी के द्वारा मनमानी करने का मामला सामने आया है। सूत्रों की माने तो एक रेलवे अफसर के कोयला कारोबारी रिश्तेदार को बचाने के लिए रेलवे बोर्ड और रेल मंत्रालय द्वारा बनाये गए सभी नियमो को ताक पर रखकर रेलवे को करोडो का नुकसान पहुँचाने का यह खेल सीनियर DCM, GM और DRM की मिलीभगत से यह खेल खेला जा रहा है। कोयला कारोबारी ने वृक्षा रोपण के लिए रेलवे की जमीन की 15 से 20 फीट तक खुदाई करवाई और खुदाई से निकली मुरुम मिट्टी से अपने नाम पर आबंदित जमीन को समतल भी करवा लिया। कारोबारी का रसुख इतना की पहले गहरी खुदाई उसके बाद वृक्षारोपण किए गए पौधों की कटाई और अब रेलवे के द्वारा बनाए गए रैंप को तोड़कर अपनी आबंटित जमीन में फीलिंग करने का गंभीर प्रकरण रेलवे के अधिकारियों के संज्ञान मे होने के बाद भी द्वारा महज खाना पूर्ति कर जाँच ना करना विभाग और जनता के बीच में चर्चा का विषय बना हुआ है..?

रेलवे अपनी संपति की सुरक्षा के लाख दावे करता है इसके लिए जमीनी स्तर से लेकर कागजो मे रेल विभाग के पास अधिकारियों की लंबी चौडी फौज है और बकायदा रेलवे ने इनकी सुरक्षा के लिए अलग विभाग भी बनाया हुआ है लेकिन उसके बाद भी बिजुरी रेलवे स्टेशन के पास विभाग की लगभग 6 एकड़ जमीन पर कोयला कारोबारी ने अधिकारियों की मिलीभगत से खोद कर तालाब बना दिया और रेल लाइन के लिए बनाये गए रेलवे के रेम्प् को तोड़कर अपनी जमीन को समतल भी कर लिया। इस गंभीर मामले की खबर अधिकारियों को समाचार पत्र से प्रकाशित खबरों से भी मिल चुकी है उसके बाद भी कार्यवाही नहीं होने से रेल प्रशासन सवालों के घेरे मे है..? सूत्रों का कहना है कि मामले मे महज खानापूर्ति की जा रही है इसके पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि व्यावसायिक आवंटन धारी का एक रिश्तेदार जो बिलासपुर जोन नहीं मनेंद्रगढ़ के पास किसी क्षेत्र का आई ओ डब्लू है और जो इसके पहले बिजुरी मे रह चुका है वह कोयला कारोबारी को संरक्षण देकर उन्हें बचाने के कार्य में लगा हुआ है और उमी की सक्रियता के कारण मनेंद्रगढ़ के आई ओ डब्लू के द्वारा अभी तक कोई ऐसी कार्रवाई नहीं की गई है ।
सूत्रों का दावा है की सीनियर डिसीएम, और सीनियर Dn और drm की मिलीभगत से यह खेल खेला जा रहा है। रेलवे मंत्रालय और रेलवे बोर्ड को जानकारी इन अधिकारियों ने देश भी मुनासिब नही समझा हुआ है और ना मामले की जांच को लेकर गंभीर है..?

जी एम डीआरएम सहित कई अधिकारियों के संज्ञान में मामला
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार रेलवे की संपत्तियों को व्यावसायिक प्लाट आवंटन धारी के द्वारा नुकसान पहुंचाने की जानकारी व्हाट्सएप फोन और ईमेल के माध्यम से जी एम बिलासपुर जोन डीआरएम बिलासपुर ए डी एन बिलासपुर के साथ आई ओ डब्लू मनेंद्रगढ़ को फोन व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से तीन दिन पहले दी जा चुकी है। लेकिन सूत्रों के अनुसार आई ओ डब्लू मनेंद्रगढ़ के द्वारा अपने ही पड़ोस अंबिकापुर के आई ओ डब्लू के रिश्तेदार को बचाने के लिए महज
खाना पूर्ति की कार्रवाई की जा रही है। वहीं सूत्रों का यह भी दावा है कि बिजुरी में ही रेल फाटक के पास वार्ड नंबर 6 में रेलवे की जमीन पर सड़क बनाई जा रही है जिसकी भी फोन से सूचना दी गई थी लेकिन अधिकारी रेलवे की संपत्तियों को बचाने की जगह आरोपियों को ही बचाने की लीपापोती में जुटे हुए हैं। जो इस समय વિધુરો ક્ષેત્ર મેં રેસવે છે સ્થાનીય अधिकारियों की लापरवाही चर्चा का विषय बर्न हुई है।

संगीन अपराध रेलवे एक्ट के तहत दर्ज हो मुकदमा
इस संबंध में बिजू नगर वासियों का कहना है कि कोयला कारोबारी के द्वारा अपनी आवंटित प्लांट को बाहर से मिट्टी लाकर फोलिंग किया जा सकता था लेकिन उनके आपराधिक गतिविधियां इस कदर है कि चाहे मध्य प्रदेश सरकार के खनिन विभाग का नियम कानून हो या फिर भरत सरकार के रेलवे विभाग का इनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ता और यह हमेशा नियम कानून तोड़ने के लिए तत्पर रहते हैं। यही कारण है कि आवंटन धारी ने मिट्टी की खुदाई और रेलवे लाइन बिछाने के लिए रैंप को तोड़ा हो पौधा रोरण हुए हरे पेड़ों को भी जमीन से उखाड़ कर फेंक दिया यह इनके हौसले बुलंद का सबसे बड़ा गवाह है अब देखना यह है कि क्या रेलवे विभाग के उच्च अधिकारी इस मामले को गंभीरत से लेते हुए रेलवे की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले कोयता कारोबारी के ऊपर रेलवे एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई करेंगे या इसी तरह से लीपापोती चलती रहेगी।

