विष्णु के सुशासन पर जिला प्रशासन लगा रहा ग्रहण.. !
सरकार के आदेश की नाफरमानी ! उठ रहे सवाल.!
डेस्क खबर कोरबा। भाजपा सरकार द्वारा जनहितकारी योजनाओं और जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य करते हुए विष्णु के सुशासन का दावा किया जा रहा है, लेकिन जिला प्रशासन इस सुशासन पर ग्रहण लगा रहा है। विवादों से घिरी उप संचालक जिला पंचायत जूली तिर्की को तबादले के बावजूद सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। जूली तिर्की का तबादला जिला पंचायत बिलाईगढ़-सारंगढ़ से किया गया था, लेकिन अब तक उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया गया, जिससे शासन के आदेश का पालन नहीं हो रहा है।
शासन के आदेश के अनुसार तबादले के एक सप्ताह के भीतर अधिकारी को जिला मुख्यालय छोड़ देना चाहिए, लेकिन जिला प्रशासन इस आदेश को पूरी तरह से नकार रहा है। जूली तिर्की के खिलाफ पूर्व विधायक और आदिवासी नेता ननकी राम कंवर ने भी जांच की मांग की थी, लेकिन भाजपा के शासन में उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा तिर्की को नई जिम्मेदारी सौंप दी गई, जिससे प्रशासन की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ दिनेश नाग का कहना है कि शासन के स्थानांतरण आदेश की कंडिका का पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते काम का बोझ अधिक है, और इसी कारण जूली तिर्की को कार्यमुक्त किए बिना नई जिम्मेदारी दी गई है। कंडिका 6 के अनुसार, यदि कोई अधिकारी/कर्मचारी स्थानांतरित होने के बाद कार्यमुक्त नहीं किया गया है, तो वह तब तक कार्य करता रह सकता है, जब तक कि उसकी जगह अन्य कर्मचारी न आ जाए।
हालांकि, इस स्थिति पर विपक्षी दलों और आम जनता का कहना है कि जिला प्रशासन शासन के आदेश की अवहेलना कर रहा है और इससे विष्णु के सुशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यदि यही कुशासन जारी रहा, तो आगामी विधानसभा चुनावों में इसका असर भाजपा की छवि पर पड़ सकता है।