बिलासपुर।न्यायधानी बिलासपुर के व्यपार विहार इलाके में आयोजित होने वाला राष्ट्रीय वयापार मेला मामले में एक नया मोड़ आने से सुर्खियों में आ गया है । दरसल इस मेले का आयोजन भव्य रूप में किया जा रहा है और इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से लेकर तमाम बड़ी हस्तियां शिरकत करने की जानकारों प्रेसवार्ता के माध्यम से संयोजको ने दी ।
दअरसल मेला के संयोजको ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है और मुख्यमंत्री को मेले में आने का सादर अनुरोध भी किया है ।
लेकिन इस लेटर पेड़ में एक नाम को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है । दरअसल मेले के संयोजक सीपी वर्मा की पत्नी सृस्टि चन्द्र वर्मा के ऊपर लगभग 4 लाख रु की धोखधड़ी के मामले में कोनी थाना में धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया था जिसमे बकायदा कोनी पुलिस ने आरोपी सृष्टि वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था जो कि फिहलाल जमानत लेकर अभी बाहर है लेकिन इस मामले में उनकी सहयोगी आरोपी सृस्टि की सास सोनमती वर्मा अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है जिसकी पतासाजी में पुलिस जुटी हुई है ।
कोनी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे और वन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर कोनी निवासी हेमलता खांडे को झांसा देकर सास बहू की शातिर जोड़ी ने करीब 4 लाख रु ऐंठ लिए थे इसके लिए बाकायदा सृष्टि बर्मा ने देवसेना नेटवर्क सर्विसेज प्रोड्यूसर कंपनी में अपनी आरोपी सास को अध्य्क्ष बनाकर खुद गवाह बनकर इस आपराधिक कृत्य को अंजाम दिया था । पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सास बहू की जोड़ी ने इस कारनामे को अंजाम दिया था ।
वही इस मेले के आयोजक मण्डल में सृस्टि वर्मा का नाम भी अंकित है जिससे सवाल उठने लगा है कि जिस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के बडे उद्योग और बडी सामजिक राजनीती हस्तियां जहा इस कायर्क्रम का हिस्सा होंगे वही आरोपी सृस्टि वर्मा भी इस आयोजन में एक खास भूमिका में होंगी ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिरकार आयोजको को ऐसे सदस्य को शामिल करने की मंशा क्या थी फिलहाल इस सवाल का जबाब अभी तक नही मिल पाया है अब देखना होगा कि मेले का आयोजक करने वाले संयोजक इस खुलासे के बाद क्या कदम उठाते है ?