बिलासपुर

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता हुआ बिलासपुर जिले का जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में विभाग में 5 क्लर्क बर्खास्त, खंड लिपिक और प्रभारी DEO पर अभी तक कार्यवाही नही ।

बिलासपुर – बिलासपुर जिले का जिला शिक्षा विभाग में 5 क्लर्क बर्खास्त, खंड लिपिक और प्रभारी DEO पर अभी तक कार्यवाही नही ।
बता दे कि बिलासपुर जिले में इन दिनों डीईओ कार्यालय में एक के बाद एक फर्जी तरीके से अनुकम्पा नियुक्ति प्राप्त करने वाले के ऊपर ताबड़तोड़ कार्यवाहीहो रही हैं पहले स्वेता सिंग, विकल्प श्रीवास्तव, मनीष कुर्रे, योगेश मिश्रा, और अब योगेश्वरी सूर्यवंशी को बर्खास्त किया गया है, लेकिन खंड लिपिक विकास तिवारी और प्रभारी DEO पर अब तक कार्यवाही नही हुई है जबकि नियमानुसार इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़ा करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के ऊपर विभाग को कड़ी से कड़ी कार्यवाही करनी चाहिये था, लेकिन आज तक विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही होना संदेह के घेरे को दर्शाता है,

2 जून 2021 को 42 लोगो को अनुकम्पा नियुक्ति दी गई है –
एक ओर अनुकम्पा नियुक्ति देने वाले अधिकारी पी0दाशरथी और संदीप चोपड़े ने कलेक्टर के सामने वाहवाही लूटी । वही दूसरी ओर वही अधिकारी लाखो रुपये लेकर अपात्र को पात्र बनाकर अनुकम्पा नियुक्ति दिया गया है । फर्जी अनुकम्पा पाने वाले 5 क्लर्क को बर्खास्त किया जा चुका है लेकिन दोषी अधिकारी अभी भी कार्यवाही के अभाव में मजे कर रहे है और जिला शिक्षा कार्यालय में पदस्थ है ।

बता दे कि अनुकंपा नियुक्ति पर मुख्यमंत्री के निर्णय का लाभ शिक्षा विभाग में 42 युवाओं को मिली सरकारी नौकरी।

02 जून 2021 को जिला शिक्षा कार्यालय में अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में 10 प्रतिशत की सीमा शिथिल करने के कारण मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्णय से युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के द्वार खुल गये है। यह सीमा 31 मई 2022 तक के लिए शिथिल की गई है । 10 प्रतिशत की सीमा के शिथिल होने से शिक्षा विभाग में 42 कर्मचारियों के बच्चों के लिए रोजगार का रास्ता खुल गया।
आज मंथन सभाकक्ष में कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर ने प्रतीकात्मक रूप से शिक्षा विभाग के लिए नियुक्ति पत्र 6 युवाओं को सौंपे। कलेक्टर ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आप लोग पूरी निष्ठा के साथ सौंपे गए दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने प्रभारी जिला शिक्षा कार्यालय की पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति शासकीय सेवक के सेवा कार्य के दौरान असामयिक निधन उपरांत आश्रितों का अधिकार है। जिन 42 लोगों को अनुकंपा नियुक्ति दी गई है उनमें 39 सहायक गे्रड-03 एवं 03 पद भृत्य के शामिल है। इनमें 15 युवा ऐसे है जिनके परिजनों की असामयिक मृत्यु कोविड के कारण हुई थी।
कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर एवं शिक्षा विभाग को भी इस पर तत्परता से अमल करने पर धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में एडीएम सुश्री नुपूर राशि पन्ना, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी. दासरथी एवं शिक्षा विभाग के सहायक संचालक श्री संदीप चोपड़े मौजूद थे।

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