बिलासपुर

आखिर अटल के किस बयान पर मचा हुआ है बवाल.!  हिंदू संगठनो के बाद साधु संतो मे पनपा आक्रोश..! सामने आये दस्तावेज और वन विभाग के बयान ने खोला राज. !
कांग्रेसी विधायक अटल श्रीवास्तव पर उठ रहे सवाल.?



बिलासपुर डेस्क खबर / जिले की धार्मिक नगरी रतनपुर के बंगलाभाठा में चर्च के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद विधायक अटल के क्षेत्र के बीजेपी नेता प्रबल की हुंकार और हिंदू संगठनो के आक्रोश के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नही ले रहा है। जिसके बाद कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव द्वारा दिया गया ‘भगवाधारी गुंडे’ वाले बयान के बाद क्षेत्र सहित पूरे राज्य मे बवाल मचा हुआ है। अखिल भारतीय संत समिति और हिंदूवादी संगठनों ने भी मोर्चा संभाल दिया है। इन संगठनों ने विधायक से सार्वजनिक माफी मांगने के लिए कहा है। माफी नहीं मांगने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। इस मामले को लेकर रतनपुर के आसपास के कई गांव में तनाव बढ़ गया है। साथ ही राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमा गया है। अटल श्रीवास्तव ने प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के खिलाफ खूब खरी खोटी शब्स कही और  फगवा धारीयों को आतंकवाद तक कह डाला था


वही इस मामले मे सामने आये एक दस्तावेज और वन विभाग के जारी बयान के बाद कोटा विधायक की मुश्किले बढ़ती नजर आ रही है वन विभाग ने दावा किया गया हैं की इस जमीन का वनपट्टा इसी शर्त मे जारी किया था की इसका इस्तेमाल किसी धार्मिक आयोजन के लिए नही किया जा सकता है। और इसी जमीन पर उपजे विवाद के बाद इस पट्टे को निरस्त किया जा सकता है।


दरअसल पूरी गलती कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव की ही है। क्योंकि पहले वे कहते रहे कि भवन विधायक निधि से नहीं बना है और सामाजिक कलेक्शन के पैसे से बना है। जबकि वास्तविकता ये है अटल श्रीवास्तव ने अपने विधायक निधि से पैसा जारी किया है। हालांकि अतिरिक्त कक्ष के नाम पर ही 3 लाख रूपए की छोटी राशि ही क्यों न हो। इसी तरह सड़क बनाने के लिए भी 1 लाख रुपए दिए है। इस मामले में झूठ बोल के अटल श्रीवास्तव अपनी विश्वसनीयता को भी खतरे में डाल दिया है। क्योंकि हिंदूवादी संगठनों ने उनके द्वारा स्वीकृत राशि के दस्तावेज सोसल मीडिया में सार्वजनिक कर रहे है। यदि सामुदायिक भवन निर्माण के लिए विधायक निधि से राशि दी गई है तो चर्च कैसे हो गया ? क्या उन्हें आमंत्रण देने वालों ने नहीं बताया था कि वो किसका लोकार्पण करने वाले है ? जबकि आयोजकों ने जो पंपलेट बांटे है उसमें साफ लिखा है कि प्रार्थना घर का उद्घाटन है। आयोजकों के सारे सदस्य मसीही समाज से जुड़े हुए है, उसमें एक भी नाम आदिवासी समाज के किसी मुखिया का नहीं है। ऐसे में क्षेत्रीय विधायक अटल पर उंगली उठना स्वाभाविक है। यही नहीं उनकी ये गतिविधि साफ संकेत दे रही है वे प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष रूप से क्षेत्र में मतांतरण को बढ़ावा दे रहे है।



शनिवार को हिंदू संगठन के लोगों ने बिलासपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अटल श्रीवास्तव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया उन्होंने कहा कि हिंदुओं को भगवाधारी गुंडा कहने से आक्रोशित संत समाज में गहरा आक्रोश है, साधु संत एक बड़ा आंदोलन करने मन बना रहे है ,कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव द्वारा भगवाधारियों के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर संतों ने उनसे माफी मांगने की मांग की है नहीं तो आगामी दिनों में अमरकंटक में बैठक कर एक बड़ा आंदोलन करने की रणनीति बनाकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा!

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