डेस्क खबरबिलासपुर

पूर्व डिप्टी सीएम टी.एस. सिंहदेव ने किया अमर अग्रवाल और रमन सिंह का समर्थन.!आखिर कांग्रेस राज में शराब नीति का विरोध क्यों नहीं किया बाबा ने ??



डेस्क खबर बिलासपुर / छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक ओर शराब घोटाला को लेकर बवाल मचा हुआ है ।वही दूसरी तरफ पूर्व उप मुख्यमंत्री सिंहदेव ने ने इस मामले में अपना पक्ष सामने रखा है । शराब नीति को लेकर बड़ा बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है। सरकार अब राज्य में ठेका पद्धति को फिर से लागू करने पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि इस बदलाव की मुख्य वजह प्रदेश में मध्यप्रदेश से हो रही अवैध शराब की तस्करी है, जिससे राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। और दूसरे राज्यों की शराब छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने में खपाई जा रही है ।

ज्ञात हो कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने वर्ष 2017 में शराब की बिक्री के लिए सरकारी सिस्टम लागू किया था, जिसके तहत राज्य सरकार ने सभी दुकानों का संचालन अपने नियंत्रण में लिया था। इसके बाद कांग्रेस की पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार ने भी इस व्यवस्था को जारी रखा था। अब नई सरकार एक बार फिर पुराने ठेका सिस्टम को लागू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार, इससे न केवल निजी विक्रेताओं की भागीदारी बढ़ेगी बल्कि राज्य को मिलने वाले राजस्व में भी वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।


इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि, “मैं सरकार के माध्यम से शराब बिक्री के पक्ष में कभी नहीं था। हालांकि जिस सरकार ने भी यह सिस्टम लागू किया, वह भाजपा की सरकार थी, जब अमर अग्रवाल मंत्री थे और रमन सिंह मुख्यमंत्री थे। मैं ठेका पद्धति के पक्ष में हूं।” राज्य में शराब नीति को लेकर अब एक बार फिर राजनीतिक बहस तेज हो गई है, और आने वाले दिनों में इस पर बड़ा निर्णय संभव है।लेकिन बाबा के बयान के बाद फिर एक सवाल खड़ा हो गया है कि यदि टीएस बाबा को कांग्रेस राज में यदि सरकार की नीति नापसन्द थी तो वे खामोश क्यों रहे .??

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