

डेस्क खबर बिलासपुर…./ पर्यावरण संरक्षण का दावा करने वाली साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के खिलाफ जिला प्रशासन ने कड़ा और सख्त रुख अपनाया है। बिलासपुर चांटीडीह स्थित एसईसीएल मुख्यालय के नेहरू शताब्दी नगर में बिना अनुमति 143 गुलमोहर के पेड़ों की कटाई के मामले में कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर एसडीएम पीयूष तिवारी ने एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर प्रशासन ने दंडात्मक और एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
जांच में पुष्टि हुई बिना अनुमति secl ने की अवैध कटाई


शिकायतकर्ता अमित मिश्रा ने कलेक्टर को शिकायत कर बताया कि एसईसीएल मुख्यालय परिसर में 20 से 25 साल पुराने गुलमोहर के करीब 500 पेड़ों की अवैध कटाई की गई है। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए थे। पटवारी हल्का नंबर 33 की जांच रिपोर्ट में खसरा नंबर 56, रकबा 4.2552 हेक्टेयर में लगे 143 पेड़ों की बिना अनुमति कटाई की पुष्टि हुई है। इन पेड़ों में 27 बड़े पेड़ (प्रत्येक 4 मीटर मोटे) और 116 मध्यम व छोटे आकार के पेड़ शामिल हैं।
पर्यावरण कानून का खुल उल्लंघन

बिना अनुमति पेड़ों की कटाई छत्तीसगढ़ भू-संसाधन संहिता, 1959 की धारा 240 और वृक्ष कटाई नियम 2022 के नियम-5 का उल्लंघन है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि तीन दिन में जवाब नहीं मिलने पर एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतकर्ता ने दी आत्मदाह की चेतावनी

शिकायतकर्ता अमित मिश्रा ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए एसईसीएल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो वे एसईसीएल के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे, जिसमें घेराव, पुतला दहन और आत्मदाह शामिल होगा। प्रशासन की जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद अब एसईसीएल प्रबंधन से जवाब मांगा गया है। यह पहली बार है जब एसईसीएल के शीर्ष अधिकारी को इस तरह का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिला प्रशासन के इस सख्त कदम से पर्यावरण संरक्षण को लेकर गंभीर चेतावनी के रूप मे देखा जा रहा है वही नवनियुक्त CMD को नोटिस मिलने से प्रबन्धन मे हड़कंप मच गया है और secl के पर्यावरण के प्रति दावो का सच सामने आ गया है।


