न्यायधानी के थाने में आदतन अपराधी का तांडव .! थाने के अंदर मचाया उत्पात की गाली गलौच !
पुलिस बनी मूकदर्शक किसका है राजनैतिक और पुलिसिया संरक्षण ..??
बिलासपुर डेस्क खबर / प्रदेश की धार्मिक नगरी कहलाने वाले रतनपुर में इन दिनों अपराधियों के हौसले बुलंदी पर हैं । अपराधियों और बदमाशों का हौसला इतना बुलंद है कि अब वे थाने के अंदर घुसकर पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में अश्लील गंदी गंदी गाली गलौज कर रहे है । हैरानी की बात यह है आदतन बदमाश द्वारा पुलिसकर्मियों के सामने यह हाइवोल्टेज ड्रामा किया जा रहा था और पुलिसकर्मी मूकदर्शक बन कर पूरा तमाशा देखते रह गए । थाने के अंदर से एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है, जहां रतनपुर क्षेत्र के आदतन बदमाश जिसका नाम पुलिस की गुंडा लिस्ट में भी शामिल है , वह कई घंटों तक थाने के अंदर नशे की हालत में उत्पात मचाता रहा लेकिन पुलिस कर्मी चुपचाप तमाशा देखते रहे । बीच बीच में थाना प्रभारी को फोन अपने आका से फोन करवाने की बात भी कहता सुनाई दे रहा है ।
नोट ..वीडियो में अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया गया है ।
आदतन अपराधी को किसका राजनैतिक संरक्षण और पुलिसिया संरक्षण .?
रतनपुर थाने के अंदर से आए इस वीडियो में नजर आ रहे आदतन बदमाश और का नाम विक्की उर्फ विकास रावत है । और इस बदमाश के खिलाफ रतनपुर थाने में अनगिनत मामले जिसमें लुटमार ,चोरी ,डकैती ,हाफमर्डर सहित कई संगीन मामले दर्ज है और इसकी क्षेत्र में अपना राज चलता है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बदमाश को थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक और आरक्षक का संरक्षण प्राप्त है और इन्हीं पुलिसकर्मियों की छत्रछाया में यह आदतन गुंडा रतनपुर इलाके में नशे का समान गांजा , नाईट्रां, अवैध शराब का कारोबार संचालन करवाता है और वसूली करता है । पुलिसकर्मियों और विक्की रावत की मिलीभगत और आपसी गठबंधन के चलते धार्मिक नगरी में ब्राउन शुगर ,कफ सिरप , गांजा सहित नशे का कारोबार चरम सीमा पर है । आदतन बदमाश को कई बार प्रधान आरक्षक और आरक्षक के साथ ढाबों और होटलों के अक्सर देखा भी जा सकता है । इतना ही सूत्र तो यह तक दावा करते है कि थाने के कई मामलों में पुलिसकर्मियों के साथ आदतन बदमाश की मिलीभगत के चलते रतनपुर थाना में सेटिंग का काम भी होता है।
सूत्र दावा करते है कि नवरात्र के पावन पर्व पर क्षेत्र के गुंडा बदमाशों के खिलाफ कार्यवाही करने के बिलासपुर कप्तान रजनेश सिंह के सख्त निर्देश के बाद विकास रावत को पकड़कर कर थाने भी लाया गया था पर राजनैतिक संरक्षण के दबाव में एक नेता के फोन पर इस गुंडे को थाने से बिना कार्यवाही के छोड़ दिया गया जबकि नेता जी को गुंडे का अपराधिक रिकॉर्ड की पूरी जानकारी है ऐसे में सवाल उठता है क्या अपने रसूख के दम पर फोन कर पुलिस पर दबाव बनाने वाले नेताजी क्या इस क्षेत्र को नशामुक्त और अपराधमुक्त नहीं करवाना चाहते .? खैर नेता जी का अपना स्वार्थ है और अपना यह वोट बैंक है शायद यह ही वजह है कि एक गुंडे के लिए उन्हें थाने में फोन करना पड़ा .?
अब देखना होगा कि इस वीडियो को अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते है और इस तरह थाने में घुसकर तांडव मचाने वाले आदतन बदमाश के खिलाफ क्या कार्यवाही करते है साथ ही इसको संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्या विभागीय कार्यवाही होती है ताकि अपराधियों पर पुलिस का खौफ बना रहे और क्षेत्र में जनता सुरक्षित रह सके।
मिली जानकारी के अनुसार यह वीडियो दो दिन पहले रात्रि का है और बदमाश विक्की रावत का सरकारी शराब दुकान के पास किसी से वादविवाद हुआ था और अपना जलवा दिखाने के लिए बदमाश झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए थाने पहुंचा हुआ था अब थाने के अंदर उत्पति बदमाश के इस कृत्य की जानकारी थानाप्रभारी को उनके स्टाफ ने दी यह नहीं फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है । इस वीडियो को देख एक कहावत सटीक बैठती है कि जब शैय्या कोतवाल तो डर काहे का ।