नौकरशाह जीएसटी अफसर ने की महिला पत्रकार से बदतमीजी..! पत्रकार ने सोशल मीडिया में सबूत कर दिया वायरल ! वित्त मंत्री को दी सीधी चेतावनी …?
देखिए और सुनिए पूरी बातचीत महिला पत्रकार की जुबानी …
डेस्क खबर . / रायपुर:..2 अक्टूबर को कलेक्टर द्वारा राष्ट्रीय अवकाश दिन घोषित होने के बाद भी रायपुर जीएसटी विभाग के ज्वांइट कमिश्नर द्वारा मीटिंग बुलाए जाने की जानकारी मिलने पर अधिकारी नरेंद्र वर्मा से सवाल पूछने पर एक महिला पत्रकार को अपमान का सामना करना पड़ा । महिलाओं के प्रति संवेदनशील होने का दावा करने वाले विष्णुदेव सरकार के शासन में एक अधिकारी द्वारा एक महिला से इस तरह व्यवहार करने से सरकार पर सवाल खड़े हो रहे है । ऐसा भी नहीं है कि वित्त मंत्री ओपी चौधरी के विभाग की गंभीर शिकायतें पहले भी मंत्री जी तक पहुंच चुकी है पर पूर्व शिकायतों पर जीएसटी विभाग मे पदस्थ ज्वाइंट कमिश्नर पर कार्यवाही और जांच नहीं होने से इनके हौसले बुलंद होते रहे है और अब वे महिलाओं से भी साफ साफ दुर्व्यवहार करने लगे । इस बार महिला पत्रकार ने अपनी निडरता का परिचय देते हुए इस नौकरशाह अफसर के खिलाफ मोर्चा करते हुए इसका पूरा सच सबूत के साथ सोशल मीडिया में वायरल कर नरेंद्र वर्मा को बर्खास्त करने की मांग की है ..लेकिन कलेक्टर से मंत्री बने वित्त मंत्री ने अभी तक अपने विभाग के नौकरशाह अफसर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है । वहीं मिली जानकारी के अनुसार एक दो दिन पूर्व महिला पत्रकार द्वारा मंत्री जी के कार्यालय में भी अधिकारी के खिलाफ शिकायत कर दी गई है और अवकाश के बाद दफ्तर खुलते ही अफसर पर कार्यवाही की जा सकती है । अफसर द्वारा एक महिला पत्रकार के साथ की गई बदतमीजी का मामला तूल पकड़ रहा है। घटना तब हुई जब पत्रकार ने अधिकारी से विभागीय मामलों पर सवाल किया, जिससे भड़कते हुए नरेंद्र वर्मा ने पत्रकार के साथ असभ्य व्यवहार किया।
महिला पत्रकार द्वारा वायरल किया गया वीडियो
महिला पत्रकार ने इसका विरोध करते हुए ओपी चौधरी के बंगले में आवेदन देकर इस अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पत्रकार ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वह मंत्री ओपी चौधरी के बंगले के बाहर अनशन करेंगी।
यह पहली बार नहीं है जब नरेंद्र वर्मा पर इस तरह के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी कई बार उनके खिलाफ शिकायतें आ चुकी हैं, जिसमें उनके अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के मामले भी शामिल हैं। ओपी चौधरी, जो कलेक्टर से मंत्री बने हैं, के विभाग में काम करने वाले अधिकारी नरेंद्र वर्मा की इस घटना से सरकारी तंत्र में महिला सुरक्षा और अधिकारी-प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़े हो गए हैं।
महिला पत्रकार के अनुसार, जीएसटी विभाग के इस नौकरशाह अधिकारी ने राष्ट्रीय अवकाश के दिन कर्मचारियों की बैठक बुलाई थी, जिसे लेकर जब सवाल किया गया, तो उन्होंने असंवेदनशील तरीके से प्रतिक्रिया दी।
अब सवाल यह उठता है कि क्या इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई की जाएगी या फिर महिला पत्रकार को न्याय के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी।